दिल्ली। पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज 45वां दिन है। बुधवार को डॉक्टरों की टीम ने उनका ब्लड सैंपल लिया। डॉक्टरों के मुताबिक डल्लेवाल की हालत नाजुक है। उनका ब्लड प्रेशर कम हो रहा है। इस बीच डल्लेवाल ने कहा है कि अब उनके पास किसी को न भेजा जाए, उन्हें बोलने में परेशानी हो रही है। किसान नेताओं ने इस बात पर नाराजगी जताई कि केंद्रीय कृषि मंत्री के पास धरने पर बैठे इंसानों की बात सुनने का समय नहीं है।
किसान नेताओं ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की आलोचना की। उनका कहना है कि कृषि मंत्री के पास दिल्ली के किसानों से मिलने का समय है, लेकिन वह उन किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं, जो पिछले 11 महीनों से सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
खनौरी धरना स्थल पर किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि कृषि मंत्री की दिल्ली के किसानों के साथ एक बैठक पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में केवल 21 हजार किसान हैं, फिर भी मंत्री के पास उनके लिए समय है। लाखों किसान खराब मौसम में भी सड़कों पर बैठे हुए हैं, लेकिन मंत्री उनके मुद्दों को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कोई नई मांग नहीं है, बल्कि वे केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादों का क्रियान्वयन चाहते हैं। किसान अब 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने के मूड में है। किसान नेताओं ने आह्वान किया है ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग आंदोलन में शामिल हों।
दरअसल किसानों की प्रमुख मांगों में से एक है कि सभी फसलों की MSP पर खरीद की गारंटी का कानून बने. इसके अलावा किसानों की कर्जमाफी, उन्हें पेंशन, मनरेगा में हर साल 200 दिन का काम, किसान आंदोलन में मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा, सरकारी नौकरी समेत कई मांगों को लेकर किसान धरने पर बैठे हैं.