लखनऊ : कड़ाके की ठंड में अग्निवीर बनने का सपना लेकर पहुंचे अभ्यर्थियों ने रविवार को गर्मी भर दी। उनका जोश, जज्बा व कौशल देखने लायक रहा। फिजिकल फिटनेस टेस्ट में युवाओं ने बेहतर प्रदर्शन किया। अग्निवीर भर्ती रैली के तीसरे दिन 894 युवाओं ने रैली में हिस्सा लिया।
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि सेना भर्ती कार्यालय लखनऊ के तहत 13 जिलों के लिए मुख्यालय भर्ती क्षेत्र(यूपी और यूके) के तत्वावधान में छावनी स्थित आर्मी मेडिकल कोर(एएमसी) के स्टेडियम में भर्ती रैली चल रही है। यह रैली 10 को शुरू हुई थी और 22 जनवरी तक चलेगी। रैली के तीसरे दिन अग्निवीर जनरल ड्यूटी(जीडी) श्रेणी के लिए कन्नौज जिले के तहत छिबरामऊ, कन्नौज, तिर्वा और हसेरन तहसील तथा हमीरपुर जिले के अंतर्गत हमीरपुर, राठ, सेरीला, मौदहा तहसील के अभ्यर्थियों ने भाग लिया।
अग्निवीर जनरल ड्यूटी के लिए कुल 1131 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिसमें से 894 अभ्यर्थियों ने रैली में हिस्सा लिया। रैली के तहत 13 जिलों औरैया, चित्रकूट, कन्नौज, बांदा, महोबा, हमीरपुर, बाराबंकी, गोंडा, कानपुर देहात, उन्नाव, कानपुर नगर, फतेहपुर और लखनऊ के करीब दस हजार अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।
स्टेडियम के बाहर नगर निगम व जिला प्रशासन की ओर से अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए लिए पंडाल लगाया गया है। अलाव के इंतजाम हैं। कंबल दिए गए हैं। पर, ठंड अधिक होने के चलते उनके सामने ठिठुरने की मजबूरी बनी हुई है। रात दो बजे अभ्यर्थियों को स्टेडियम गेट पर रिपोर्ट करना होता है। ऐसे में अभ्यर्थियों के जोश व जज्बे को समझा जा सकता है।
अग्निवीर भर्ती रैली में सोमवार को लखनऊ व उन्नाव जिले के अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा। अभ्यर्थी अपना कौशल दिखाएंगे। अग्निवीर जनरल ड्यूटी (जीडी) श्रेणी के लिए लखनऊ के मलिहाबाद, बीकेटी, मोहनलालगंज व सरोजिनीनगर तथा उन्नाव जिले के अंतर्गत सफीपुर, हसनगंज, उन्नाव, पुरवा, बीघापुर और बांगरमऊ के अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे।
रात दो बजे अभ्यर्थियों को स्टेडियम गेट पर रिपोर्ट करना होता है। इसके बाद दस्तावेजों की पड़ताल के बाद उन्हें ग्राउंड पर ले जाया जाता है। यहां ग्रुप बनाकर उन्हें 1600 मीटर दौड़ में अपनी ताकत दिखानी होती है। दौड़ के बाद 9 फिट लंबी कूद पास करनी होती है। फिर लकड़ी के जिगजैग बीम पर चलकर संतुलन का परिचय देना होता है। इसके बाद पुल अप्स, सिट अप्स व 4 फिट ऊंची कूद पास करनी होती है।