लखनऊ। प्रदेश में धूप निकलने से लोगों को ठंड से राहत मिलने लगी है। लेकिन सर्द हवाओं के चलते शाम होते ही गलन का असर बरकरार है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, कुछ जिलों में घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। आने वाले दिनों में बार‍िश की भी संभावना है।

इसके साथ ही, बुधवार और गुरुवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। उधर, कोहरे की वजह से सोमवार को करीब 15 ट्रेनें देरी से चल रहीं हैं। इसमें कुछ ट्रेन दो से आठ घंटे की देरी से चलीं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

सोमवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। फतेहपुर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसके बाद बाराबंकी और बिजनौर में न्यूनतम तापमान 7.0 डिग्री सेल्सियस रहा। आगामी दिनों में तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। मंगलवार को प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह और देर रात में घने कोहरे का असर रहेगा।

देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और इनके आसपास के इलाकों में बहुत अधिक घना कोहरा छाने की संभावना है। वहीं, सीतापुर, हरदोई, कानपुर, लखनऊ, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या सहित अन्य कुछ जिलों में सुबह और देर रात कोहरा रहेगा।

आगरा में सोमवार दाेपहर धूप निकलने से गलन व ठंड से परेशान लोगों को कुछ राहत मिली। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार सुबह कोहरा या धुंध रह सकती है। दोपहर में धूप निकलेगी। बुधवार को बादल छाए रहेंगे और हल्की वर्षा हो सकती है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते मौसम में यह बदलाव आया है।

मौसम में बदलाव से वायरल संक्रमण के साथ ही निमोनिया के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पतालों में सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हृदय रोगी रक्तचाप बढ़ने से बेचैनी और घबराहट की समस्या होने पर परामर्श लेने के लिए असपताल पहुंच रहे हैं।

डॉक्‍टर ने बताया कि मौसम में हो रहे बदलाव से सांस संबंधी बीमारी बढ़ गई हैं। इसके साथ ही दिल और डायब‍िटीज के रोगियों में रक्तचाप बढ़ने से बेचैनी और घबराहट होने लगी है। इन मरीजों की दवा की डोज बढ़ाई जा रही है। निमोनिया और सांस लेने में परेशानी की समस्या के साथ आए 10 मरीजों को भर्ती किया गया।