नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कैंडिडेट्स के नामांकन का दौर समाप्त हो चुका है। अब 5 फरवरी की वोटिंग है। राष्ट्रीय राजधानी में मतदान से पहले पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बड़ा दांव चल दिया। उन्होंने दिल्ली मेट्रो के किराये में स्टूडेंट्स के लिए 50 फीसदी छूट की मांग उठाई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि मेट्रो ट्रेन सर्विस केंद्र और दिल्ली सरकार का ज्वाइंट वेंचर है। ऐसे में आम आदमी पार्टी किराये में छूट को लेकर आधा खर्च वहन करने के लिए तैयार है। अब केंद्र सरकार को भी इस पर फैसला लेना है।
दिल्ली चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल के इस दांव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है। कांग्रेस ने आप मुखिया पर झूठे वादे का आरोप लगाया है। वहीं बीजेपी ने कहा कि केजरीवाल 10 साल से सत्ता में थे तो एक भी पत्र नहीं लिखा अब उन्हें मेट्रो की याद आ रही। केजरीवाल के दांव पर आरोप-प्रत्यारोप तो ठीक है लेकिन सवाल ये क्या मेट्रो के किराये में छात्रों को 50 फीसदी छूट पर बात बन सकती है? समझिए पूरा मामला।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव से ठीक पहले मेट्रो किराये में छूट का मुद्दा यूं नहीं उठाया। पार्टी की नजर युवा मतदाताओं पर है। दिल्ली में वोटर्स के आंकड़ों पर गौर करें तो 18-19 साल के मतदाताओं की संख्या करीब 2,08,302 है। केजरीवाल का प्लान यही है कि हमने तो छात्रों के लिए ऐलान किया है, अब केंद्र को इस पर फैसला लेना है। केजरीवाल दिल्ली की चुनावी रैलियों में ये मुद्दा उठाएंगे। दावे करेंगे कि वो तो छात्रों के लिए छूट की मांग कर रहे लेकिन बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ऐसा नहीं कर रही। पार्टी की रणनीति यही है कि युवा वोटर इस मुद्दे पर केजरीवाल को सपोर्ट कर सकते हैं।
अब सवाल ये कि क्या मेट्रो के किराये में अभी कोई छूट मिलती है? अभी दिल्ली मेट्रो में महिला, बुजुर्गों और छात्रों को किराये में किसी तरह की छूट नहीं दी जाती है। किसी वीआईपी के लिए भी ऐसा कोई प्रबंध नहीं है कि उन्हें छूट दी जाएगी। हालांकि, तीन फीट तक लंबाई के बच्चों को अपने परिजनों के साथ मेट्रो में फ्री यात्रा का मौका दिया जाता है। इनके अलावा सभी के लिए मेट्रो टिकट लेना जरूरी होता है। मेट्रो कर्मचारियों को ऑन ड्यूटी फ्री एक्सेस मिलता है। ऑफ ड्यूटी पर छूट का प्रावधान नहीं होता। हालांकि मेट्रो कार्ड से यात्रा करने पर 10 फीसदी छूट मिलती है।
अरविंद केजरीवाल के मेट्रो वाले ऐलान पर कांग्रेस-बीजेपी ने जमकर पलटवार किया है। कांग्रेस के पूर्व सांसद और नई दिल्ली सीट से उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने मेट्रो में 50% की छूट के आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रस्ताव पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे गैर-जिम्मेदाराना कदम बताया है। संदीप दीक्षित ने AAP संयोजक केजरीवाल पर झूठे वादे का आरोप लगाया है। AAP के पास खुद इसे लागू करने के लिए पैसे नहीं हैं और वे केंद्र सरकार को दोष देने की कोशिश कर रहे हैं। वे खुद 50 फीसदी छूट क्यों नहीं देते? ऐसा करके वो चुनाव में केंद्र को घेरने के लिए ऐसा कदम उठाएंगे।
बीजेपी नेता तरुण चुग ने केजरीवाल के ऐलान पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ‘आप-दा’ से छुटकारा चाहती है। केजरीवाल ने 10 सालों में एक भी पत्र नहीं लिखा, लेकिन अब जब जनता उन्हें सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है, तब उन्हें मेट्रो किराये में छूट देने की याद आ रही है। बीजेपी नेता ने ये भी कहा कि अब पछताए होत का, जब चिड़िया चुग गई खेत। जो लोग रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के काम में रुकावट डालते रहे, अब ‘मगरमच्छ के आंसू’ बहा रहे हैं।