नई दिल्ली: इस समय नौकरी के बाजार (Job Market) में किनकी मांग ज्यादा है। यह सवाल आपसे पूछा जाए तो आप क्या जवाब देंगे? आप कहेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डॉक्टर या कोई अन्य प्रोफेशनल्स। लेकिन आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि इस समय कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव, ड्राइवर, एमईआरएन स्टेक डेवलपर, आईटी फ्रेशर्स और फ्लटर डेवलर्स की सबसे ज्यादा है। इसका खुलासा ग्लोबल जॉब मैचिंग एंड हायरिंग प्लेटफार्म इंडीड (Indeed) की एक रिपोर्ट से हुआ है।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते साल सबसे ज़्यादा मांग वाली नौकरियों में कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव, ड्राइवर आदि शामिल हैं। रिपोर्ट का कहना है कि जिस तरह से बीपीओ सेक्टर का विकास हो रहा है, उसमें काम करने वालों को ठीक-ठाक पैसे मिल रहे हैं और स्किल डेवलपमेंट का क्लियर पाथवे है, इसलिए इस सेक्टर में लोगों की डिमांड सबसे ज्यादा है। इसके बाद ड्राइवर का नंबर आता है।
क्र.सं. (S.No.) जॉब टाइटल (Job title)
1 ग्राहक सहायता कार्यकारी (Customer Support Executive)
2 ड्राइवर (Driver)
3 MERN स्टैक डेवलपर (MERN Stack Developer)
4 आईटी फ्रेशर (IT Fresher)
5 फ्लटर डेवलपर (Flutter Developer)
साल 2024 में भारत के नौकरी बाजार ने एक महत्वपूर्ण दोहरी प्रवृत्ति (Striking Duality) को उजागर किया है। एक तरफ कस्टमर सपोर्ट एग्जीक्यूटिव और ड्राइवर जैसी ज़रूरी सेवा भूमिकाएं खोज में सबसे ऊपर रहीं, जिससे यह साफ नजर आता है कि अर्थव्यवस्था में इस क्षेत्र की अहमियत लगातार बढ़ रही है। बीपीओ क्षेत्र के निरंतर विस्तार ने कस्टमर सपोर्ट भूमिकाओं को आकर्षक बना दिया है, जो स्थिर आय और कौशल विकास के स्पष्ट रास्ते खोलती है। इसी तरह ड्राइवर की बढ़ती मांग तेजी से कॉमर्शियल सेक्टर, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स, और मोबिलिटी सेवाओं के निरंतर विकास को दिखाती है। ये सभी उद्योग आज के भारत की आर्थिक संरचना में बहुत बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं। यह बदलाव औपचारिकता, बढ़ती मांग, और स्थिर रोजगार के वादे से प्रेरित होकर ब्लू-कॉलर जॉब की बढ़ती स्वीकृति की ओर संकेत करता है।
क्र.सं. (S.No.) जॉब टाइटल (Job title)
1 एप्लीकेशन टेक सपोर्ट प्रैक्टिशनर (Application Tech Support Practitioner)
2 बिज़नेस डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट (Business Development Specialist)
3 AI/ML इंजीनियर (AI/ML Engineer)
4 आईटी आर्किटेक्ट (IT Architect)
5 एप्लीकेशन डेवलपर (Application Developer)
इसके साथ ही, टेक्नोलॉजी सेक्टर में भी लोगों की मांग बढ़ रही है। यह भारत की आर्थिक दिशा को आकार देने में टेक्नोलॉजी क्षेत्र की अहम भूमिका को एक बार फिर से बयां करती हैं। आज हर व्यवसाय उन्नत टेक्नोलॉजी को अपनाने की होड़ में हैं, जिससे डिजिटल परिवर्तन और इन्नोवेशन को आगे बढ़ाने के लिए टैक्निकल प्रतिभाओं की मांग बढ़ रही है। ब्लू-कॉलर और टेक्निकल नौकरियों का समानांतर उभार एक ऐसे कार्यबल को दर्शाता है जो विविध अवसरों के अनुकूल है। साथ ही जो एक डिजिटल भविष्य की मांगों और एक विस्तारित सेवा अर्थव्यवस्था की वास्तविकताओं के बीच संतुलन बना रहे है।
वर्ष 2024 भारत के जॉब मार्केट के लिए एक परिवर्तनकारी वर्ष रहा है। हम एआई-प्रेरित भूमिकाओं का उदय, ब्ल्यू-कॉलर कार्य की बढ़ती महत्ता, और टेक्नोलॉजी द्वारा पारंपरिक नौकरियों को एक नए आयाम पर पहुंचते देख रहे हैं।
Indeed के टैलेंट स्ट्रैटेजी एडवाइजर रोहन सिल्वेस्टर ने कहा, “वर्ष 2024 भारत के जॉब मार्केट के लिए एक परिवर्तनकारी वर्ष रहा है। हम एआई-प्रेरित भूमिकाओं का उदय, ब्ल्यू-कॉलर कार्य की बढ़ती महत्ता, और टेक्नोलॉजी द्वारा पारंपरिक नौकरियों को एक नए आयाम पर पहुंचते देख रहे हैं। जैसे ही हम वर्ष 2025 में प्रवेश कर रहे हैं, ये बदलाव और भी ज्यादा होते दिखाई देंगे। एआई दक्षता और इन्नोवेशन दोनों को बढ़ाएगा, साथ ही ऐसी भूमिकाएं पैदा करेगा जो पहले मौजूद नहीं थीं, और यह हमारी कार्य करने के तरीके को नया रूप देगा।”