वॉशिंगटन: अंटार्कटिका आने वाले कुछ सालों में दुनिया को एक बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता है. सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि अंटार्कटिका के थ्वाइट्स ग्लेशियर में खतरनाक दरारें पड़ गई हैं, जिसकी वजह से इसका एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर सकता है. यदि ऐसा होता है तो दुनियाभर के समुद्रों का जलस्तर बढ़ जाएगा.
थ्वाइट्स ग्लेशियर से एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर सकता है. डूम्स-डे ग्लेशियर के नाम से पहचाने जाने वाले इस ग्लेशियर में खतरनाक दरारें सामने आई हैं और माना जा रहा है कि अगले कुछ सालों में इसका अमेरिका के फ्लोरिडा जितना बड़ा हिस्सा टूट सकता है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि ऐसा होता है तो इससे वैश्विक समुद्र जल स्तर में अचानक काफी वृद्धि हो सकती है. यानी कई इलाके डूब सकते हैं और लोगों को विस्थापित होना पड़ सकता है.
‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को जारी किए गए नए डेटा से पता चलता है कि महासागरों के गर्म होने से थ्वाइट्स ईस्टर्न आइस शेल्फ सबमरीन शोल, या बैंक पर अपनी पकड़ खो रहा है, जो इसे शेष ग्लेशियर से जोड़े रखने के लिए एक पिनिंग पॉइंट के रूप में कार्य करते हैं. जिसकी वजह से इसमें दरारें आ रही हैं. अमेरिकी भू-भौतिकीय यूनियन की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत सैटेलाइट तस्वीरों से की बड़ी दरारों के बारे में पता चला है. बैठक में शोधकर्ताओं ने कहा कि अगर यह तैरता हुआ आइस शेल्फ टूट जाता है, तो समुद्र के जल स्तर में करीब 25% की वृद्धि हो जाएगी.