मथुरा. मथुरा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के सिपाहियों की सूझबूझ से एक रेल यात्री की जान बच गई। चलती ट्रेन में यात्री को दिल का दौरा पड़ा था। स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही यात्री को प्लेटफॉर्म पर लाया गया, लेकिन तब तक उनकी सांसें उखड़ने लगी थीं। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसी बीच वहां आरपीएफ के सिपाही अशोक कुमार पहुंच गए। यात्री की हालत देखकर वह समझ गए कि उन्हें हार्ट अटैक पड़ा है। सिपाही ने यात्री की पत्नी से कहा कि वह अपने पति को सीपीआर (मुंह से सांस देना) दें। पत्नी ने मुंह से पति को सांस दी। वहीं सिपाही ने यात्री के सीने को दबाया, जिससे उसकी तबियत में थोड़ा सुधार आया। इसके बाद यात्री को तुरंत एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अवधेश गोस्वामी ने बताया कि आरपीएफ के सिपाहियों ने मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां मरीज की हालत खतरे से बाहर है।
वाक्या शुक्रवार रात करीब 12 बजे का है। निज़ामुद्दीन तिरुअनंतपुरम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चेन्नई निवासी 67 वर्षीय केशवन अपनी पत्नी दया के साथ कोच B4 में सफर कर रहे थे। चलती ट्रेन में अचानक केशवन की तबियत बिगड़ गई।
मथुरा जंक्शन पर ट्रेन रुकते ही केशवन को प्लेटफॉर्म पर उतारा गया। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। आसपास यात्रियों की भीड़ जुट गई। किसी को कुछ सूझ नहीं रहा था कि क्या किया जाए।
प्लेटफॉर्म पर जुटी भीड़ को देख आरपीएफ के सिपाही अशोक कुमार और निरंजन सिंह पहुंच गए। सिपाही अशोक कुमार यात्री की हालत देख तुरंत स्थिति को समझ गए। उनके कहने पर दया ने अपने पति को मुंह से सांस दी।
मौके पर पहुंचे एएसआई मदन सिंह ने एंबुलेंस एवं स्ट्रेचर की व्यवस्था कराई। यात्री को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। सिपाहियों ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए चेन्नई के केशवन की जान बचा ली। उनकी पत्नी ने आरपीएफ का आभार जताया।