इस्लामाबाद। आजादी मार्च के दौरान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हुए हमले के बाद मुल्क में गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। इस्लामाबाद, कराची, रावलपिंडी, पेशावर समेत पाकिस्तान के सभी बड़े शहरों में इमरान खान के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं और हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। हमले के बाद पाकिस्तान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए, जिसके बाद ये हालात बने हैं। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, देश के लिए अगले 24 घंटे बहुत अहम हैं। पीटीआई ने भी आज बड़ी बैठक बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
हमले के बाद इमरान खान की स्थिति स्थिर है। वो खतरे से बाहर हैं। उनका और समर्थकों का इलाज चल रहा है। गुरुवार शाम आजादी मार्च के दौरान एक युवक ने उन पर गोली चला दी थी जो उनके पैर में लगी। इमरान खान की पार्टी के नेताओं का कहना है कि यह ‘एक जघन्य हत्या का प्रयास’ था। हमले में एक समर्थक की मौत हो गई जबकि इमरान खान समेत नौ लोग घायल हो गए हैं।
पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर शुक्रवार को लाहौर से राजधानी इस्लामाबाद के लिए निकले थे। उनके साथ हजारों समर्थकों का काफिला है। इमरान खान की पार्टी इस साल अप्रैल में अविश्वास मत से पद से हटाए जाने के बाद नए चुनाव की मांग कर रही है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो के अनुसार, वजीराबाद में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कंटेनर के पास गोलीबारी के बाद खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर में कोर कमांडर हाउस के सामने लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। पूछताछ के दौरान हमलावर ने कबूल किया है कि उसने इमरान खान को गोली मार दी क्योंकि पाकिस्तान के पूर्व पीएम लोगों को गुमराह कर रहे थे। इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाा है।