प्रयागराज. माफिया अतीक के करीबी गुर्गे व बिल्डर मो. मुस्लिम को पुलिस ने उठा लिया है। प्रयागराज पुलिस की विशेष टीम उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उसकी संपत्ति का भी ब्योरा जुटाया है। माफिया के नाम पर ही प्रयागराज के खुल्दाबाद के साथ ही लखनऊ, कानपुर व बहराइच में उसने अरबों रुपये की संपत्ति खड़ी कर रखी है।

मो. मुस्लिम मूलरूप से खुल्दाबाद का रहने वाला है। अतीक के बेटे असद से उसकी बातचीत का हाल ही ऑडियो वायरल हुआ था। अतीक व अशरफ की हत्या के तीन दिन बाद अतीक के साथ हुई उसकी बातचीत के ऑडियो के साथ ही व्हाट्सएप चैटिंग भी सामने आई।

इसमें अतीक ने पांच करोड़ रुपये की मांग की थी, जो वह विधानसभा चुनाव में खर्च करने वाला था। इसपर पुलिस की पड़ताल तेज हो गई। सामने आया कि मो. मुस्लिम ने ही इस सबको वायरल कराया था। बहरहाल, प्रयागराज की विशेष जांच टीम उससे पूछताछ कर रही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मो. मुस्लिम के खिलाफ 16 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में दो, धूमनगंज में आठ, करेली में तीन, खुल्दाबाद में दो और लखनऊ के वजीरगंज में दर्ज एक केस शामिल है। ये केस जालसाजी, हत्या के प्रयास, सरकारी जमीन पर कब्जा करने सहित कई संगीन धाराओं में दर्ज हैं।

उसके खिलाफ प्रयागराज के करेली में गैंगस्टर एक्ट, 7सीएलए, खुल्दाबाद में गैंगस्टर व गुंडा एक्ट के तहत केस दर्ज है। खुल्दाबाद थाने का वह हिस्ट्रीशीटर है। उसकी हिस्ट्रीशीट का नंबर 145ए है। मो. मुस्लिम पुलिस रिकॉर्ड में अतीक के गिरोह का 14वें नंबर का सदस्य है, जबकि उसका भाई अच्छे उर्फ रुकसार पांचवें नंबर पर लिस्टेड है।

मो. मुस्लिम व उसका भाई अच्छे पुलिस रिकॉर्ड में भू-माफिया के रूप में भी दर्ज है। इन हिस्ट्रीशीटर भाइयों ने खुल्दाबाद इलाके में 50 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था, जिसे पुलिस ने खाली कराया।

अतीक की हत्या के बाद मो. मुस्लिम का नाम तेजी से सामने आया। अतीक के गिरोह की कुंडली खंगालने के दौरान प्रयागराज, लखनऊ पुलिस के अलावा एसटीएफ ने भी संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। पुलिस के हाथ प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर व बहराइच में मो. मुस्लिम के 20 बड़े प्रोजेक्ट की जानकारी लगी है। सूत्रों के मुताबिक इसमें माफिया अतीक की काली कमाई लगी है। इसमें कई प्रोजेक्ट अतीक की बेनामी संपत्ति में भी चिह्नित किए गए हैं।

मो. मुस्लिम ने लखनऊ में अपनी संपत्ति का खूब किया विस्तार
एबीडी रेजीडेंसी, बीकेटी
अकामा वली स्टेट फेज-2, दुबग्गा
अकामा निजाम रेजीडेंसी, सआदतगंज

पैराडाइज पाम, आईआईएम सीतापुर रोड (महर्षि यूनिवर्सिटी भिठौली के पास, यहीं पास में अतीक की भी कोठी है)
ग्रीन व्यू अपार्टमेंट टीवी टावर के पीछे दुबग्गा चौराहा रिंग रोड
आशियाना रॉयल गैलेक्सी, एलडीए सेक्टर-एम, आशियाना

आरबीएम बैंक्वेट्स रतनखंड, शारदा नगर
वली ब्रदर्स अपार्टमेंट, सीतापुर रोड
शिवा अम्पायर रेजीडेंसी, पान दरीबा मार्ग ब्लंट स्क्वायर, चारबाग
अलीगंज प्लाजा, सेक्टर-जे अलीगंज

एबीडी रेजीडेंसी, सरोजनीनगर गोमती, कानपुर
आरबी एम पैलेस, रोडवेज रोड, बहराइच
होटल शहरान कॉन्टीनेंटल, रोडवेज रोड बहराइच
सुमइया मॉल, रोडवेज रोड बहराइच
अकामा कॉम्प्लेक्स, शिवचरन लाल रोड, प्रयागराज
सुहासिनी विला, लूकरगंज, प्रयागराज
मल्टी हाउसिंग कॉम्पलेक्स, शौकत अली मार्ग, प्रयागराज
मल्टी हाउसिंग कॉम्पलेक्स, करेली स्कीम, प्रयागराज
मल्टी स्टोरी शॉपिंग कॉम्पलेक्स, खुल्दाबाद, प्रयागराज
अकामा मॉडल अपार्टमेंट, लूकरगंज, प्रयागराज

मो. मुस्लिम की दबंगई लखनऊ में भी कायम रही। उसने खदरा इलाके के रहने वाले नासिर की जमीन का एग्रीमेंट कराया। शिया कॉलेज के पास स्थित जमीन का वली ब्रदर्स के नाम बिल्डर एग्रीमेंट कराकर आलीशान अपार्टमेंट खड़ा कर लिया। अपनी ठसक व अतीक के नाम पर मो. मुस्लिम ने एग्रीमेंट से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया। जो फ्लैट नासिर के हिस्से में थे, उसे भी हड़प लिया।

नासिर के मुताबिक अतीक के प्रभाव के कारण उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी। उल्टे उसके खिलाफ ही कई मामले दर्ज कर लिए गए थे। हालांकि, एलडीए ने पिछले साल जुलाई में कार्यालय को तोड़ दिया था। अब नासिर को उम्मीद जगी है कि उन्हें न्याय मिल पाएगा।