लखनऊ। फ्री राशन वितरण प्रणाली को लेकर कुछ जिलों में बदलाव किया गया है। कोटेदारों द्वारा कार्ड धारकों को दिए जाने वाले गेहूं-चावल अब अलग तरह से वितरित किए जाएंगे। ये प्रक्रिया बुलंदशहर जिले में शुरू की गई है। बतादें कि राशन दुकानों पर हर माह वितरण के समय घटतौली की शिकायतें आ रही थीं, जिसे पर अब लगाम लगने जा रही है। इससे खाद्यान्न की कालाबाजारी भी कम होगी। राशन कार्ड धारकों को उचित दर विक्रेता से पूर्ण राशन प्राप्त होगा। इसके लिए अब ई-वेईंग मशीनों से राशन का वितरण किया जाएगा। जिससे कार्ड धारकों को राहत मिलेगी।
जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि अब राशन डीलरों की दुकानों पर मार्च महीने से इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीनों से राशन वितरण किया जाएगा। जिसके बाद मशीन से जब राशन की उचित मात्रा होगी, तभी पर्ची प्राप्त होगी। यह मशीन ई-पास मशीनों से जुड़ी रहेगी। कैबिनेट से मंजूरी भी हो चुकी है। वेइंग मशीन तराजू से कनेक्ट रहेंगे। इससे पारदर्शिता आएगी। इसके अलावा ई-पॉश मशीनों को भी आधुनिक वितरण प्रणाली के अनुसार अपडेट किया जाएगा और नए सोफ्टवेयर के साथ ई-पास मशीनें भी राशन डीलरों को उपलब्ध कराई जाएंगी। ई-वेइंग मशीन ई-पास मशीनों से जुड़ी रहेगी। जितनी यूनिट राशन कार्ड में दर्ज होंगी, उतना राशन वितरण करना होगा। ऐसा नहीं करने पर मशीन से पर्ची प्राप्त नहीं होगी और वितरण मान्य नहीं होगा।
नए वितीय वर्ष से ई-वेइंग मशीन के साथ नई ई-पास से वितरण को लेकर जिला स्तर पर तैयारी की जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिगत जिले में पहुंचने वाली इन ई-पास व ई-वेइंग मशीनों को प्रत्येक तहसील स्तर पर स्ट्रांग रूम बनाकर रखा जाएगा। राशन की दुकानों पर वितरित करने से पहले ई-वेइंग मशीनों पर मुहर लगाई जाएगी। डीएम स्तर से इस संबंध में अधीनस्थों को निर्देश भी जारी कए गए है।