नई दिल्ली। अतीक अहमद हत्याकांड मामले पर सबसे बड़ा अपडेट ये है कि शूटर्स को पिस्टल देने वाले सोढी की मौत हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, शूटर्स को पिस्टल मेरठ से मिली थी. हथियार शूटर्स तक पहुंचाने में सोढी की अहम भूमिका थी. बता दें कि माफिया अतीक अहमद को पहले से ही अपनी हत्या का डर था. 11 अप्रैल को अतीक अहमद ने यूपी में पेशी के लिए लाए जाने के दौरान कहा था कि इनकी नीयत ठीक नहीं है. अतीक ने कहा था कि उसे मारना चाहते हैं. उसकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी हो सकती है. सवाल उठता है कि क्या माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को अपनी हत्या की तारीख पता थी. ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि 29 मार्च को अशरफ ने पुलिस हिरासत में ये बयान दिया था कि उसे किसी पुलिस अफसर ने ये धमकाया है कि उसको 2 हफ्ते में जेल से निकालकर निपटा दिया जाएगा.
जान लें कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. वकील विशाल तिवारी की ओर से दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में इस पूरे मामले की जांच की जाने की मांग की गई है. यही नहीं याचिका में 2017 से यूपी में अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच भी रिटायर्ड जज की निगरानी में एक्सपर्ट कमेटी से कराने की मांग की गई है.
वहीं, माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर यूपी सरकार के गृह विभाग ने 3 सदस्यों की न्यायिक जांच का गठन कर दिया है. ये आयोग 2 महीने के भीतर जांच रिपोर्ट देगा. आयोग का नेतृत्व इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे, जबकि पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह और पूर्व जिला जज बृजेश कुमार सोनी आयोग के सदस्य होंगे.
अतीक और अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या के आरोपी तीनों शूटर्स को पुलिस अब रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. आज शाम 4 बजे पुलिस तीनों शूटर्स को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करेगी. रविवार को तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था.