नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में अब कुछ महीने ही बचे हैं और भाजपा ने सांसद उम्मीदवारों के लिए मंथन शुरू कर दिया है। इसके लिए नमो ऐप पर जन.मन सर्वे लॉन्च किया गया हैए जिसमें सीधे जनता से ही राय ली जा रही है। इस सर्वे के तहत भाजपा सांसदों के कामकाज पर जनता की राय मांगी गई है। इसके अलावा हर लोकसभा क्षेत्र से तीन संभावित उम्मीदवारों के नाम सुझाने को भी कहा गया है। इस सर्वे से भाजपा के मौजूदा सांसदों की धड़कनें तेज हो गई हैं। पीएम नरेंद्र मोदी जनता के फीडबैकए सर्वे आदि को महत्व देते रहे हैं। ऐसे में यदि किसी सांसद का रिव्यू ऐप पर खराब आता है तो उसके टिकट की संभावनाओं पर भी असर पड़ेगा।
सांसदों की रेटिंग के लिए नमो ऐप पर चल रहे जन.मन सर्वे में तीन पैरामीटर रखे गए हैं। ये पैरामीटर्स हैं. सांसदों तक जनता की पहुंच और उनकी विजिबिलिटीए परफॉर्मेंस से संतुष्टि और लोकप्रियता का स्तर। इसके अलावा मोदी सरकार के कामकाज को लेकर भी जनता की राय मांगी गई है। इसमें बेहद खराब से लेकर शानदार तक का पैमाना दिया गया है। यह रेटिंग आर्थिक मामलों राष्ट्र सुरक्षा भविष्य की योजनाओं दुनिया में भारत की ग्रोथ हेल्थकेयर और रोजगार की संभावनाओं को लेकर की जा रही है।
भाजपा विधानसभा चुनावों में विधायकों को लेकर भी सर्वे कराती रही है और उसके आधार पर कई बार टिकटों का बंटवारा भी हुआ है। ऐसे में सांसदों के लिए यह सर्वे चिंता बढ़ाने वाला हो सकता है। भाजपा हाईकमान ने हाल ही में जीते तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में नेतृत्व परिवर्तन किया है। सभी जगहों पर नए चेहरों को मुख्यमंत्री बनाया गया है। ऐसे में हाईकमान के मूड को देखते हुए अब सांसदों को भी चिंता सता रही है कि नए चेहरों को तवज्जो मिल सकती है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि तीन नाम जनता से ही इसलिए मांगे जा रहे हैं ताकि नेताओं की लोकप्रियता का पता चल सके। कई बार पार्टी में मजबूत नेता आमतौर पर जनता में कम पकड़ रखते हैं।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता से कनेक्ट के लिए ही इस ऐप को लॉन्च किया था। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी संसदीय दल की बैठकों में कई बार कह चुके हैं कि सांसद जनता के बीच जाएं और उन्हें केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में बताएं। इसके अलावा सभी सांसदों को विकसित भारत संकल्प यात्रा में भी शामिल होने की सलाह दी है।