नई दिल्ली: मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा ने अपने कुछ कर्मचारियों को इसलिए निकाल दिया, क्योंकि उन्होंने फूड के लिए मिलने वाले वाउचर्स का कथित तौर पर गलत इस्तेमाल किया. कहा गया है कि उन कर्मचारियों ने फूड वाउचर के पैसों से पर्सनल चीजें खरीदीं, जैसे कि मुंहासे ठीक करने की दवा या फिर शराब के गिलास. कुछ कर्मचारियों ने उन्हीं वाउचर्स का इस्तेमाल करके अपने घर पर भोजन मंगवाया.
बता दें कि कई मल्टीनेशनल कंपनियां अपने कर्मचारियों को ऑफिस में शानदार भोजन की सुविधा देती हैं. चूंकि मल्टीनेशनल कंपनियों के एक ही देश में कई ऑफिस होते हैं तो सभी में भोजन के लिए कैंटीन की सुविधा नहीं होती. ऐसे में उन ऑफिसों में कर्मचारियों को खाने के लिए फूड वाउचर दिए हैं. फूड वाउचर से लोग अपने लिए भोजन मंगवा सकते हैं.
मेटा ने लॉस एंजिल्स स्थित अपने ऑफिस से लगभग 2 दर्जन कर्मचारियों को केवल फूड क्रेडिट का दुरुपयोग किया है. आरोप है कि उन्होंने भोजन के लिए मिलने वाले अलाउंस का उपयोग कपड़े धोने का डिटर्जेंट, शराब के गिलास और मुंहासे की दवा जैसी वस्तुओं पर किया. रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले की पुष्टि CNN को कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने की है.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की दिग्गज कंपनी मेटा के कई कॉर्पोरेट ऑफिसों में कर्मचारियों को भोजन सेवा उपलब्ध कराई गई है. कर्मचारियों को ऑफिस में काम के दौरान इस भोजन सेवा का खूब फायदा होता है. मेटा के न्यूयॉर्क सिटी के पेन स्टेशन के पास 2 साल पुराने ऑफिस में एक कैफेटेरिया है, जो एक हाई-क्वालिटी फूड कोर्ट की तरह दिखता है. यहां लगे सभी स्टॉल पर कर्मचारियों को मुफ्त में खाने का सामान मिलता है.
हालांकि, छोटे ऑफिसों में जहां फूड कोर्ट की सर्विस उपलब्ध नहीं है, वहां कंपनी कर्मचारियों को फूड वाउचर देती है. नाश्ते के लिए 20 डॉलर (लगभग 1,660 रुपये), और दोपहर और रात के खाने के लिए 25 डॉलर (लगभग 2,075 रुपये) का वाउचर दिया जाता है. ये वाउचर इसलिए दिए जाते हैं कि कर्मचारी ऑफिस में काम करते हुए भोजन मंगवा सकें, खासकर तब जब लंबे समय तक काम करना पड़े. टेक कंपनियों में कर्मचारी अक्सर लम्बी शिफ्ट्स और ऑड आवर्स में काम करते हैं.