लखनऊ।   प्रदेश में भाजपा और रालोद के बीच गठबंधन से बदले राजनीतिक समीकरण के दृष्टिगत बहुजन समाज पार्टी ने भी रणनीति तैयार कर ली है। इन दोनों दलों के जातीय समीकरण की काट के लिए बसपा सोशल इंजीनियरिंग के बूते चुनावी मैदान में ताल ठोकने के मूड में है। पार्टी के अलंबरदार भी हामी भर रहे हैं कि टिकट वितरण में सभी जाति और धर्म को साधने का प्रयास किया जाएगा। गौरतलब है कि बसपा ने साल 2007 के विधानसभा चुनाव में सोशल इंजीनियरिंग के जरिए अप्रत्याशित रूप से सत्ता हासिल कर ली थी।

सियासी गलियारे में चर्चा है कि बसपा के सोशल इंजीनियरिंग के सूत्र से अन्य सियासी पार्टियों का चुनावी गणित गड़बड़ा सकता है। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले बसपा प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची आने की उम्मीद है। उधर, बसपा की इंडिया गठबंधन से करीबी बढ़ने की भी चर्चाएं आम हैं। सियासी दुनियादारों का अनुमान है कि चुनाव आचार संहिता लागू होते ही राजनीतिक हलके से चौंकाने वाली खबर आ सकती है। आंकड़ों के मुताबिक, बहुजन समाज पार्टी का वोट प्रतिशत लगातार गिर रहा है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, सपा, रालोद समेत कई दलों के गठबंधन में शामिल रहकर बसपा ने उप्र की मात्र 10 सीटों पर ही सफलता हासिल की थी।

इसके उपरांत 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को यूपी में लगभग एक करोड 18 लाख वोट ही मिले थे। गिरते वोट बैंक के लिए बसपा सुप्रीमो की जनता से दूरी को जिम्मेदार ठहराया गया। चर्चा यह भी है कि बसपा के कुछ सांसद असमंजस के चलते दूसरे दलों के संपर्क में हैं। इसके मद्देनजर बसपा हाईकमान नए सिरे से रणनीति बना रहा है। इन जुदा हालात में बसपा सुप्रीमो मायावती भी काफी गंभीर हैं। बसपा अपने पुराने एजेंडे पर लौटकर फिर से सोशल इंजीनियरिंग के माध्यम से लोकसभा चुनाव 2024 में आने की तैयारी कर रही है।

पार्टी एक सप्ताह के भीतर लोकसभा के कुछ प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करेंगी। अगर पश्चिम उप्र मेरठ,मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत, बिजनौर, कैराना आदि लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन की बात करें तो सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया जा रहा है। मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भाजपा ने डॉ. संजीव बालियान और सपा ने जाट समाज से ही हरेंद्र मालिक को लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया है। बसपा यहां से सैनी या ठाकुर को मौका देने के मूड में है। सैनी और ठाकुर भाजपा का कोर वोटर माना जाता है। एनडीए गठबंधन में बागपत लोकसभा सीट सीट रालोद ने डॉ. राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है। बसपा इस सीट से गुर्जर या मुस्लिम को प्रत्याशी बनाने की तैयारी कर रही है।