मेरठ. मेरठ में रिश्तों में शक के कारण होने वाली हत्याओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। शहर के लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र में शक और संदेह को लेकर एक तलाकशुदा महिला की उसके ही पिता और चचेरे भाई ने बेरहमी से हत्या कर डाली। तलाकशुदा महिला क्षेत्र में अपनी दो बेटियों के साथ किराए पर रह रही थी। इस हत्याकांड ने जहां आपसी रिश्तों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए तो वहीं दो बेटियों के सिर से मां का साया छीन लिया।
मेरठ के लिसाड़ीगेट के श्यामनगर में बसपा नेता दिलशाद शौकत के मकान में मंगलवार सुबह तलाकशुदा सायमा (35) की उसके पिता और चचेरे भाई ने ही गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस का दावा है कि सायमा के कई लोगों से संबंध होने के शक में वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने आरोपी पिता असलम व चचेरे भाई जुबेर को गिरफ्तार कर लिया है। पिता और चचेरे भाई को सायमा की हत्या का जरा भी पछतावा नहीं था। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आगे विस्तार से जानें पूरी वारदात।
सायमा, बसपा नेता दिलशाद शौकत के दो मंजिला मकान में अपनी दो बेटियों के साथ किराये पर रहती थी। पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह 8 बजे सायमा का भाई फरमान सायमा के घर गया तो वह बेड पर मृत पड़ी थी। उसकी दोनों बेटी लाइबा (7) व कुलसुम (6) उसी कमरे में सो रहीं थीं।
सायमा के भाई फरमान ने घर में बहन को मृत देखकर शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया और इंस्पेक्टर लिसाड़ीगेट उत्तम सिंह राठौर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पड़ोसियों ने बताया कि सुबह पांच बजे सायमा के पास चचेरे भाई जुबेर के साथ पिता असलम आए थे।
पुलिस ने तुरंत असलम और जुबेर की घेराबंदी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीओ कोतवाली के मुताबिक दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सायमा के कई लोगों के साथ संबंध थे। वह उनकी और परिवार की बदनामी करा रही थी। इसी वजह से उन्होंने सायमा की हत्या कर दी।
पुलिस के मुताबिक सायमा के भाई फरमान की तहरीर पर पिता असलम और चचेरे भाई जुबेर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों ने पहले भी सायमा की हत्या का प्रयास किया था। आरोपी तमंचा कहां से खरीदकर लाए थे। इसकी पुलिस भी जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में जुबेर ने एक युवक का नाम बताया है जिसकी तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश दी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ा। सायमा लोगों पर फर्जी मुकदमे दर्ज करा देती थी। दोनों आरोपियों ने सायमा की हत्या का पछतावा न होने की बात कही है। हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया गया है।