दिल्ली| दिल्ली में पुराना किला में जारी खुदाई चर्चा में बनी हुई है, इसी बीच राजधानी में एक और प्राचीन धरोहर खुदाई में सामने आ गई है. ये 700 साल पुरानी सुरंग है जो खिलजी के समय से जुड़ी है और खिलजी की ही सुरंग कही जा रही है. ASI ने इस सुरंग के मिलने की पुष्टि की है. दिल्ली के सिरी फोर्ट चिल्ड्रन म्यूजियम के सामने खुदाई करते हुए ये सुरंग सामने आई है. इसके नीचे रास्ता और तहखाना होने के कयास लगााए जा रहे हैं. ASI इसके इतिहास की और जानकारी जुटा रहा है.
दिल्ली के सिरी फोर्ट चिल्ड्रन म्यूजियम के सामने खुदाई की जा रही थी. इसी दौरान इस कार्य में जुटे लोगों को एक छोटी सुरंग नजर आई. लगभग 2 महीने पहले चिल्ड्रन म्यूजियम के सामने रास्ता बनाया जाना था. रास्ते के लिए म्यूजियम के आगे एक नंदी की पहाड़ी थी, जिसे तोड़कर सड़क निर्माण हो रहा था. जैसे-जैसे खुदाई की गई वैसे वैसे नंदी की पहाड़ी के नीचे एक छुपी हुई सुरंग सामने आ गई. इसके बारे में आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को बताया गया. सुरंग के बारे में पता चलते ही ASI ने म्यूजियम के सामने चल रहे काम को तुरंत रोक दिया और फिर सुरंग के बारे में पता लगाना शुरू किया.
आर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का कहना है कि यह सुरंग 13वीं शताब्दी यानी खिलजी वंश के समय की है. फिलहाल ASI ने इस सुरंग की खुदाई पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी है. इस गुप्त सुरंग के बारे में और जानकारी प्राप्त करने के लिए इस पर आगे और रिसर्च की जाएगी. पता लगाया जाएगा कि यह सुरंग कितनी लंबी, कितनी गहरी है. साथ ही इसमें कहां से कहां तक का रास्ता है. खिलजी के समय की इस सुरंग का क्या राज है, और यह तब क्यों बनवाई गई रही होगी.
तस्वीरों में सुरंग को देखें तो सुरंग का आगे का हिस्सा अब तक की गई खुदाई में दिख रहा है. सुरंग को इतना बड़ा बनाया गया है कि कोई भी व्यक्ति आसानी से इसमें प्रवेश कर सकता है. इसके नीचे मिट्टी है और अभी आगे की खुदाई में पता चलेगा यह कोई रास्ता है या नीचे कोई तहखाना हो सकता है.
दिल्ली में कईं ऐसी इमारतें हैं जिनका अपना एक पुराना इतिहास है. धीरे-धीरे समय के साथ कुछ ऐसी चीजें सामने आती रहती हैं जो कई वर्षों का इतिहास अपने साथ जमीन के नीचे दफन किए हुई थीं. सिरी फोर्ट में मिली सुरंग ऐतिहासिक इमारत और गुफाओं में से एक है. जो भी लोग चिल्ड्रन म्यूजियम घूमने और देखने आएंगे वह इस सुरंग को भी आसानी से देख सकते हैं.
लेटेस्ट में पुराना किला में जारी खुदाई चर्चा में बनी हुई है, इसी बीच राजधानी में एक और प्राचीन धरोहर खुदाई में सामने आ गई है. ये 700 साल पुरानी सुरंग है जो खिलजी के समय से जुड़ी है और खिलजी की ही सुरंग कही जा रही है. ASI ने इस सुरंग के मिलने की पुष्टि की है. दिल्ली के सिरी फोर्ट चिल्ड्रन म्यूजियम के सामने खुदाई करते हुए ये सुरंग सामने आई है. इसके नीचे रास्ता और तहखाना होने के कयास लगााए जा रहे हैं. ASI इसके इतिहास की और जानकारी जुटा रहा है.
दिल्ली के सिरी फोर्ट चिल्ड्रन म्यूजियम के सामने खुदाई की जा रही थी. इसी दौरान इस कार्य में जुटे लोगों को एक छोटी सुरंग नजर आई. लगभग 2 महीने पहले चिल्ड्रन म्यूजियम के सामने रास्ता बनाया जाना था. रास्ते के लिए म्यूजियम के आगे एक नंदी की पहाड़ी थी, जिसे तोड़कर सड़क निर्माण हो रहा था. जैसे-जैसे खुदाई की गई वैसे वैसे नंदी की पहाड़ी के नीचे एक छुपी हुई सुरंग सामने आ गई. इसके बारे में आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को बताया गया. सुरंग के बारे में पता चलते ही ASI ने म्यूजियम के सामने चल रहे काम को तुरंत रोक दिया और फिर सुरंग के बारे में पता लगाना शुरू किया.
आर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का कहना है कि यह सुरंग 13वीं शताब्दी यानी खिलजी वंश के समय की है. फिलहाल ASI ने इस सुरंग की खुदाई पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी है. इस गुप्त सुरंग के बारे में और जानकारी प्राप्त करने के लिए इस पर आगे और रिसर्च की जाएगी. पता लगाया जाएगा कि यह सुरंग कितनी लंबी, कितनी गहरी है. साथ ही इसमें कहां से कहां तक का रास्ता है. खिलजी के समय की इस सुरंग का क्या राज है, और यह तब क्यों बनवाई गई रही होगी.
तस्वीरों में सुरंग को देखें तो सुरंग का आगे का हिस्सा अब तक की गई खुदाई में दिख रहा है. सुरंग को इतना बड़ा बनाया गया है कि कोई भी व्यक्ति आसानी से इसमें प्रवेश कर सकता है. इसके नीचे मिट्टी है और अभी आगे की खुदाई में पता चलेगा यह कोई रास्ता है या नीचे कोई तहखाना हो सकता है.