बिजनौर। जीएसटी काउंसिल की ओर से बिजनौर की 43 और फर्जी फर्मों की सूची जीएसटी विभाग को भेजी गई है। जिसके बाद से अधिकारियों ने सूची के अनुसार फर्मों का सत्यापन करना शुरू कर दिया है। इससे पहले जिले की 72 फर्जी फर्मों की सूची भेजी गई थी। जिनमें से 39 फर्जी पाई गई हैं। अस्तित्व में नहीं मिलने के बाद फर्मों का पंजीयन रद्द कर दिया गया है।
राज्य और केंद्रीय जीएसटी की ओर से फर्जी फर्मों के विरुद्ध अखिल भारतीय अभियान चलाया रहा है। इस अभियान में उन फर्मों की जांच की जा रही है, जो गलत तरीके से चलाई जा रही हैं। इस अभियान में जीएसटी काउंसिल से भेजी गई फर्मों की सूची ही जांच की जा रही है। सूची के आधार पर जीएसटी विभाग के अधिकारी प्रपत्रों की जांच कर रहे हैं। जिससे साफ हो जाए कि पंजीयन सही है या नहीं।
अधिकारी व्यापारियों से किसी भी स्टॉक, क्रय-विक्रय माल की जानकारी नहीं ले रहे हैं। सूची में से 38 फर्मों के पूर्व में ही जांच कर पंजीयन रद्द किए जा चुके हैं। क्योंकि ये फर्में अस्तित्व में नहीं मिली। वहीं सूची आने के बाद अब 34 फर्मों की जांच की गई। जिसमें धामपुर स्थित आयरन एंड स्टील फर्म फर्जी मिली है। जिसके चलते 72 फर्मों की सूची में से 39 फर्म फर्जी पाई गई है।
जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अब अधिकारी फर्म की जांच करने के पंजीयन में लिखे पते पर पहुंचे तो वहां कोई फर्म नहीं मिली। इसके अलावा अगर फर्म मिली तो वहां कोई व्यापार करता नहीं पाया गया। जिसके चलते इन फर्मों का पंजीयन रद्द कर दिया गया। अभियान में तहत भेजी गई पहली सूची में 72 में से 33 फर्म ही सही पाई गई हैं।
जीएसटी विभाग का फर्जी फर्मों के विरुद्ध अखिल भारतीय अभियान 15 जुलाई तक चलेगी। 16 मई को अभियान शुरू किया गया है। फर्जी फर्मों से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। इस अभियान का उद्देश्य राजस्व हानि को रोकना है। अभियान में 72 फर्मों की जांच की जा चुकी है। जबकि अभी 43 और फर्मों की जांच की जा रही है।
उपायुक्त प्रशासन जीएसटी बिजनौर संजय सिंह ने बताया कि जांच में किसी भी फर्म के व्यापारी से माल के क्रय-विक्रय की जानकारी नहीं मांगी जा रही है। साथ ही कितना स्टॉक बचा है, इसके बारे में भी नहीं पूछा जा रहा है। व्यापारियों को जांच से डरने की जरूरत नहीं है। जांच में केवल फर्मों के पंजीयन का सत्यापन किया जा रहा है। फर्म अस्तित्व में है या नहीं, इसकी जांच अधिकारी कर रहे हैं।
जीएसटी काउंसिल की ओर से भेजी गई फर्जी फर्मों की सूची की जांच में 39 फर्म फर्जी पाई गई हैं। अधिकारी जब इन फर्मों के पंजीयन और प्रपत्रों की जांच करने पहुंचे तो वहां फर्म अस्तित्व में नहीं मिलीं। अब 43 नई फर्जी फर्मों की सूची आई है। सेक्टर के अधिकारियों को सूची भेजकर फर्मों के प्रपत्रों की जांच कराई जा रही है। फर्जी मिलने पर फर्म का पंजीयन रद्द किया जाएगा – राजीव आर्थर, संयुक्त आयुक्त, कार्यपालक जीएसटी