यूक्रेन पर 6 दिन से लगातार विनाशकारी हमला कर रहे रूस को चारों तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ चुके हैं. इसकी जीती जागती तस्वीर मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की मीटिंग में देखने को मिला. इस बैठक में रूसी विदेश मंत्री के बोलते ही कई देशों ने वॉकआउट कर दिया.

रूसी मंत्री के बोलते ही मीटिंग से निकले कई देश के नेता
रूसी विदेश मंत्री सेरेजे लावरोव ने यूएन में जैसे ही अपना भाषण शुरू किया, कई देशों के नेता उठकर वहां से चले गए. यूएन की इस बैठक में लावरोव का पहले से रिकॉर्ड वीडियो संदेश प्ले होने वाला था. उनके भाषण की शुरुआत होते ही कई देश के नेता वहां से चले गए. इसे रूस पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.

यूक्रेन के राजदूत रहे सबसे आगे
इस वॉकआउट में यूक्रेन के राजदूत येवहेनिया फिलिपेंको सबसे आगे रहे. उन्होंने कहा कि यूक्रेनियों के लिए आपके समर्थन के लिए हम बहुत धन्यवाद करते हैं. आपने उनकी आजादी के लिए यह समर्थन किया है.

फ्रांस के राजदूत ने भी रूस पर साधा निशाना
फ्रांस के राजदूत जेरोमे बेनाफॉन्ट ने कहा कि किसी भी तरह का हमला होना मानवाधिकार का उल्लंघन है. इससे बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हो रही है और मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस वॉकआउट से साफ है कि मानवाधिकार परिषद यूक्रेन और उसके लोगों के साथ है.

चारों तरफ रूस की आलोचना
इससे कुछ वक्त पहले ही निरस्त्रीकरण को लेकर भी एक कॉन्फ्रेंस में लावरोव का भाषण प्रसारित होना था, उसका भी बायकॉट यूरोपीय देशों की ओर से किया गया था. चेंबर के बाहर कई देशों के राजनयिक जुटे थे और वहां यूक्रेन का झंडा लहरा रहा था. यहां उन्होंने जमकर यूक्रेन की सराहना की और रूस को जमकर लताड़ा.