मुंबई : मुंबई में एक्टर सलमान खान के करीबी राजनेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात को हुई हत्या के बाद एक बार फिर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम फिजाओं में गूंज रहा है. लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों गुजरात की जेल में बंद है. लेकिन पुलिस को शक है कि सलमान को सबक सिखाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से बाबा सिद्दीकी को मारा गया गया है. उस पर हत्या और जबरन वसूली समेत दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. हालांकि उसने इन आरोपों से इनकार किया है. उसके गैंग में देश और देश से बाहर 700 से ज्यादा शूटर शामिल बताए जाते हैं. लॉरेंस बिश्नोई एक समय में कॉलेज में पढ़ने वाला एक सामान्य सा स्टूडेंट था. फिर उसके साथ ऐसा क्या हो गया कि देखते ही देखते वो क्राइम की दुनिया का किंग बन गया.

लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फिरोजपुर के एक गांव में हुआ था. उसके पिता हरियाणा पुलिस में सिपाही थे. हालांकि बेटे के जन्म के 4 साल बाद यानी 1997 में उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़कर खेती शुरू कर दी. लॉरेंस ने 12वीं तक की पढ़ाई अबोहर जिले से की. इसके बाद वर्ष 2011 में उनके पिता ने उसे चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में दाखिला दिलवा दिया. वहां पर उसकी दिलचस्पी राजनीति में पैदा हुई और वह पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स काउंसिल में शामिल हो गया.

इसी दौरान उसकी गोल्डी बरार नाम के गैंगस्टर से हुई, जो पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था. दोनों पहले एक साथ यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट्स पॉलिटिक्स में शामिल हुए और इसके बाद दूसरे गुट से टकराव की वजह से अपराध की दुनिया में उतर आए. हालांकि क्राइम में उतरने से पहले लॉरेंस बिश्नोई एलएलबी कर चुका था. इसी दौरान पर उस पर हमला, हत्या के प्रयास, डकैती समेत कई मामलों में केस दर्ज हुए. अपने खिलाफ दर्ज 7 में से 4 में वह बरी हो चुका है, जबकि 3 अभी चल रहे हैं.

इन अपराधों की वजह से पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई को अरेस्ट करके जेल भेजा लेकिन वहां पर उसने दूसरे आपराधिक गिरोहों के साथ हाथ मिलाकर अपने गैंग का और विस्तार कर लिया. इसके साथ ही वह हथियार डीलर्स के संपर्क में भी आ गया. जेल से बाहर आने के बाद उनसे कथित तौर पर उसने मुक्तसर गवर्नमेंट कॉलेज में स्टूडेंट्स यूनियन के विजेता और लुधियाना नगर निगम चुनाव में प्रतिद्वंदी उम्मीदवार की गोली मारकर हत्या कर दी. आखिरकार राजस्थान पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में वह 2014 में फिर अरेस्ट हो गया.

उसने जेल में रहते हुए गैंगस्टर से नेता बने जसविंदर सिंह उर्फ ​​रॉकी से दोस्ती की. रॉकी का वर्ष 2016 में जयपाल भुल्लर ने मर्डर कर दिया. लॉरेंस बिश्नोई ने बदला लेते हुए 2020 में जयपाल भुल्लर की हत्या करवा दी. वर्ष 2021 में लॉरेंस बिश्नोई को मकोका के तहत दर्ज एक केस की सुनवाई के लिए भरतपूर से दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट करवा दिया गया.

अगर लॉरेंस बिश्नोई के चर्चित अपराधों की बात करें तो एक लंबी सूची बन जाती है. आरोप है कि चिंकारा प्रजाति के हिरन को मारने से खफा बिश्नोई एक्टर सलमान खान को मारना चाहता है. इसके लिए उसने 2018 में उसने अपने एक करीबी संपत नेहरा को मर्डर की सुपारी दी थी. उसने इसके लिए मुंबई जाकर सलमान खान के घर की रेकी भी की थी.

इसके बाद 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्या की जिम्मेदारी कनाडा में छिपे बैठे बिश्नोई के साथ ही गोल्डी बरार ने ली. उसने दावा किया कि बिश्नोई गैंग ने मूसेवाला को मरवाया है. फिर लॉरेंस गैंग ने नवंबर 2023 में एक और पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल के घर पर फायरिंग करवाई. यह फायरिंग ग्रेवाल के कथित रूप से सलमान खान से रिश्तों के कारण की गई. हालांकि गिप्पी ने सलमान खान से किसी तरह के संबंधों से इनकार किया.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अपराध का सफरनामा यहीं नहीं रुका. पिछले साल 5 दिसंबर 2023 को करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनके घर पर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई. रोहित गोदारा के जरिए सोशल मीडिया पर पोस्ट करवाकर इस हत्या की जिम्मेदार लॉरेंस गैंग ने ली. इस घटना के 10 महीने बाद अब एक्टर सलमान खान के करीबी और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की मुंबई में उनके बेटे के ऑफिस के बाहर हत्या करवा दी गई.