लखनऊ: चार बहनों और मां की हत्या करने का आरोपी अरशद की ख्वाहिश बस किसी तरह से चर्चा में बने रहने की है। वह पुलिस अधिकारियों से सवाल पूछता रहा कि मीडिया में उसको लेकर क्या चल रहा है।
नाका के होटल शरणजीत में अपनी मां और चार बहनों की निर्मम हत्या करने के आरोपी अरशद को अपने किए पर न तो कोई पछतावा था और न ही किसी तरह का कोई गम। बस वह चर्चित होना चाहता था। बुधवार को बार-बार अरशद पुलिस अधिकारियों से सवाल कर रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा है।
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि बुधवार को जब वह व अन्य अधिकारी पूछताछ कर रहे थे तो आरोपी अरशद बार-बार यही सवाल कर रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा है। इसे अनदेखा करने पर कुछ देर के बाद अरशद ने मीडिया से बातचीत करने की बात कही। पुलिस ने सवाल किया क्यों, तो उसने जवाब दिया कि वह अपनी बात सबके सामने रखना चाहता है। हालांकि, पुलिस ने साफ मना कर दिया।
डीसीपी ने बताया कि अरशद को अपनी मां व बहनों की हत्या करने न तो कोई मलाल था और न ही परिवार को खोने का कोई गम उसके चेहरे पर था। बस वह खुद को शोषित और पीड़ित साबित करने में लगा था। बार-बार वह अपनी हरकत के लिए बस्ती वालों को दोषी ठहरा रहा था।
नाका पुलिस ने मां व पांच बहनों की बेरहमी से हत्या करने वाले आरोपी अरशद को बृहस्पतिवार कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से उसको 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस आरोपी अरशद को गोसाईंगंज जेल लेकर पहुंची और जेल में दाखिल कर दिया। बुधवार की सुबह से लेकर बृहस्पतिवार शाम तक पुलिस यह तय नहीं कर सकी कि अरशद ने पिता संग मिलकर मां व बहनों की हत्या क्यों की थी। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि अरशद ने मां व बहनों की हत्या के पीछे जो भी कारण बताए, वह सब फर्जी थे। बस अरशद का असली मकसद सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का था।
नाका थाने के हवालत में बंद अरशद बेहद ही शातिर है। इस बात का अंदाजा पुलिस अधिकारियों को उससे पूछताछ के बाद हो चुका था। यही वजह है कि रात में हवालात में बंद अरशद की निगरानी के लिए अलग से एक सिपाही को मुस्तैद किया गया था। सिपाही को अरशद की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई थी। डर था कि कहीं हवालात के अंदर अरशद कुछ गलत न कर ले। हवालात में बंद अरशद रात भर करवटें बदलता रहा। उसको ठीक ढंग से नींद तक नहीं आई।
लखनऊ के नाका स्थित होटल में बुधवार रात को टेढ़ी बगिया स्थित इस्लाम नगर निवासी 25 वर्षीय मोहम्मद अरशद ने मां और 4 बहनों की सामूहिक हत्या कर दी। हत्याकांड में उसका साथ पिता बदरुद्दीन ने भी दिया। सभी अजमेर से सोमवार को ही लखनऊ आए थे। होटल के कमरे में ठहरे हुए थे। हत्या से पहले आरोपी पिता-पुत्र ने सभी को शराब पिलाई थी। हत्याकांड के बाद अरशद ने वीडियो भी बनाया, जिसमें उसने अपने मोहल्ले के लोगों पर घर कब्जाने के लिए उत्पीड़न के आरोप लगाए। बाद में अरशद ने लोका पुलिस चाैकी पर पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पिता बदर फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब सात बजे अरशद लोको पुलिस चौकी पहुंचा। उसने पुलिसकर्मियों को बताया कि उसने पिता के साथ मिलकर मां अस्मा (49), बहन अल्शिया (19), रहमीन (18), अक्सा (16) और आलिया (9 ) की हत्या की है। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो पता चला कि घटना नाका इलाके की है। इसके बाद नाका पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस होटल के कमरे में दाखिल हुई तो भीतर पांच शव बिस्तर पर पड़े थे।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद घटना की वजह के रूप में सामने आई है। सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है। होटल के कमरे से हत्या में इस्तेमाल ब्लेड और दुपट्टा बरामद किया गया है।
हत्या के बाद बुधवार सुबह करीब 06:55 बजे दोनों आरोपी होटल से बाहर निकले। सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों साथ निकलते दिखे हैं। अरशद ने पहले पिता को चारबाग स्टेशन छोड़ा। इसके बाद लोको पुलिस चौकी पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस की टीम बदर की तलाश कर रही है। बदर अपना फोन होटल में ही छोड़कर गया है, जिसकी वजह से उसकी लोकेशन नहीं मिल पाई है।
सोशल मीडिया पर आरोपी का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वह कह रहा है, मैं अपने पूरे परिवार के साथ लाचारी और निराशा में यह कदम उठाने के लिए मजबूर हूं। जब पुलिस को यह वीडियो मिलेगा, तब तक मैं अपनी बहनों और खुद को मार चुका होऊंगा। मैं अनुरोध करता हूं कि पुलिस हमारे मोहल्ले के लोगों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराए जिन्होंने उसके घर पर कब्जा कर लिया है। मैंने आवाज उठाई लेकिन किसी ने नहीं सुनी। 10 दिनों से हम फुटपाथ पर सोने को मजबूर हैं। उसने मोहल्ले में परेशान करने वाले कुछ लोगों के नाम लिए हैं।