मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल (मंगलवार) 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। उधर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया है। जानें महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद क्या होगा?

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब बारी नई सरकार के गठन की है। महायुति गठबंधन ने राज्य में अपनी बड़ी जीत के बाद भी अभी तक अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार तय नहीं किया है। आज यानी 26 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया। शिवसेना नेता अब कार्यवाहक मुख्यमंत्री की भूमिका निभाएंगे। उधर चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने वाले महायुति में सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, इस पर दिल्ली से लेकर मुंबई तक बैठकों का दौर जारी है।

ऐसे में जानना जरूरी है कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद क्या होगा? मौजूदा मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है तो नए मुख्यमंत्री की शपथ कब होगी? 26 नवंबर के बाद सरकार का क्या होगा? क्या नई सरकार के गठन न होने से कोई संवैधानिक संकट हो सकता है?

20 नवंबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति ने कुल 288 निर्वाचन क्षेत्रों में से 230 सीटें हासिल कीं। भाजपा ने सबसे अधिक 132 सीटें जीतीं, जबकि उसके सहयोगी दल- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीटें जीतीं और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। इसके विपरीत लोकसभा में अधिक अधिक सीटें जीतने वाले महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को विधानसभा चुनावों में करारा झटका लगा। एमवीए में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 16 सीटें हासिल कीं और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (शपा) को सिर्फ 10 सीटें मिलीं।

14वीं विधानसभा की अवधि 27 नवंबर 2019 से शुरू हुई थी जिसका कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। 15वीं महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों को चुनने के लिए राज्य में 20 नवंबर 2024 को मतदान कराया गया था।

महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में विधानमंडल और महायुति के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि 26 नवंबर से पहले नई सरकार के गठन या नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की ‘कोई संवैधानिक’ आवश्यकता नहीं है। यह बात कि 26 नवंबर की आधी रात के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा, गलत है।

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पहले भी मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह अक्सर विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद किया जाता था। 10वीं विधानसभा का कार्यकाल 19 अक्तूबर 2004 को समाप्त हुआ था। 11वीं विधानसभा के नए मुख्यमंत्री ने 1 नवंबर 2004 को शपथ ली थी। 11वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2009 को समाप्त हो गया था, लेकिन 12वीं विधानसभा के मुख्यमंत्री ने 7 नवंबर 2009 को शपथ ली थी। 12वीं विधानसभा का कार्यकाल 8 नवंबर 2014 को समाप्त होना था, लेकिन थोड़ा पहले विधानसभा चुनाव हुए और इसके बाद 13वीं विधानसभा के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 31 अक्तूबर 2014 को ही हो गया था।

13वीं विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर 2019 को समाप्त हो गया। इसके बाद 12 नवंबर को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 23 नवंबर 2019 को हुआ था। सूत्रों ने एजेंसी को बताया कि इसलिए राज्य में सरकार बनाने में समय लग रहा है।

महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है लिहाजा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उपमुख्यमंत्री अजित पवार और देवेन्द्र फडणवीस ने भी मंगलवार सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्य में सरकार बनने तक शिंदे को कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है।