मुंबई. बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और गजल गायक भूपिंदर सिंह का 82 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया. उन्होंने ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’, ‘हुजूर इस कदर’, ‘जिंदगी मिलके बिताएंगे’, ‘प्यार हमें किस मोड़ पर ले आया’, ‘नाम गुम जाएगा’ जैसे प्रसिद्ध गाने गए. उनके निधन पर बॉलीवुड शोक में डूब गया है. कई वरिष्ठ कलाकारों ने भूपिंदर सिंह के निधन पर अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की है.
भूपिंदर सिंह की सिंगर पत्नी मिताली सिंह ने बताया कि भूपिंदर काफी समय से हेल्थ इश्यूज से जूझ रहे थे. उन्हें यूरिनरी से जुड़ी दिक्कतें भी थीं. सोमवार शाम को उन्होंने आखिरी सांस ली. उनके निधन पर फैंस के बीच दुख की लहर छा गई है. लोग सोशल मीडिया पर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
भूपिंदर सिंह का जन्म 6 फरवरी 1940 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. उनके पिता प्रोफेसर नाथ सिंह भी एक चर्चित संगीतकार थे. उन्होंने बांग्लादेशी सिंगर मिताली मुखर्जी से शादी की. दोनों ने मिलकर कई सारे शोज में भी काम किया है. उनका बेटा निहाल सिंह भी संगीतकार है. ऐसे में एक समय पर भूपिंदर सिंह को म्यूजिक और उसके इंस्टूरमेंट्स से नफरत हुआ करती थी.
भूपिंदर सिंह को बॉलीवुड में पहला ब्रेक वर्ष 1962 में मिला. म्यूजिक डायरेक्टर मदन मोहन ने एक डिनर पार्टी में भूपिंदर को गाते हुए सुना था. इसके बाद उन्होंने भूपिंदर को मुंबई बुलाकर फिल्म हकीकत के एक गाने में गायन का ऑफर दिया. इस ऑफर को उन्होंने कबूल कर लिया. इसके बाद उन्होंने तलत महमूद, मोहम्मद रफी और मन्ना डे के साथ मिलकर ‘होके मजबूर उसने मुझे बुलाया होगा’ गाना गाया. जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था.