नगीना। घर से लापता हुई छात्रा के दो सहपाठियों का नगीना पुलिस ने चालान कर दिया। मगर, अफसरों की फटकार लगी तो पुलिस बैकफुट पर आ गई और गलती का अहसास हुआ। चालान कर रवाना करने के बाद कार्रवाई को बीच में ही रोक लिया। इस पर दोनों युवक कोर्ट में पेश नहीं किए गए।
नगीना के एक स्कूल में पढ़ने वाली 12 वीं की छात्रा 12 जून को कहीं चली गई थी। मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई और सहपाठी छात्र पर बहला फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने दो छात्रों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। दोनों छात्र भी लापता छात्रा के बार में कुछ ज्यादा नहीं बता सके। बताया गया कि छात्रा की बरामदगी के लिए बढ़ते दबाव के बीच पुलिस ने दोनों छात्रों का चालान करने का मन बना लिया।

पुलिस ने 17 जून की दोपहर दोनों छात्रों का चालान कर दिया। करीब 3:10 बजे दोनों छात्रों का सरकारी अस्पताल में मेडिकल भी कराया गया। छात्रा की बरामदगी से पहले दोनों छात्रों को आरोपी बना देने की पुलिस की कार्रवाई का शोर मचा और खबर उच्च अफसरों तक जा पहुंची।

पुलिस अफसरों ने नगीना पुलिस पुलिस को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद दोनों छात्रों के खिलाफ की गई चालान की कार्रवाई को रोक दिया। उधर, नगीना पुलिस चालान किए जाने की बात से इनकार कर रही है। सीओ नगीना राकेश वशिष्ठ ने बताया कि इस मामले की जांच कराएंगे कि आखिर गलती कहां हुई है।