वॉशिंगटन. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पर्सवेरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर जीवन के संकेतों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नमूनों को एकत्रित किया है. एक रिपोर्ट से पता चला है कि ग्रह पर कार्बनिक पदार्थों की उपस्थिति है. माइक्रोबियल जीवन के नमूने खोजे जाने से पता चला है कि 3.5 अरब साल पहले यहां झील और उसमे एक डेल्टा भी था.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, नासा के रोवर ने चार नमूने एकत्र किए हैं जिनमें एक प्राचीन नदी डेल्टा के संभावित सबूत हैं, जो एक जैविक समृद्ध नमूने हैं. एक वर्ष के दौरान, रोवर ने ज्वालामुखी विस्फोट वाली झील से एक जैकपॉट की खोज की थी. प्राचीन काल में, जुलाई के महीने में, रोवर ने एक अरब साल पुरानी चट्टान को ड्रिल किया, जिसमें रोवर ने कार्बनिक अणुओं की खोज की.
नासा का यह रोवर जुलाई 2020 में केप कैनावेरल, फ्लोरिडा से लॉन्च होने के बाद फरवरी 2021 में मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक उतरा था. यह 18 महीने से लाल ग्रह पर माइक्रोबियल जीवन के साक्ष्य पर काम कर रहा है. यह इसके मिशन का एक हिस्सा है. इस मिशन से जुड़ी वैज्ञानिक केन फार्ले ने कहा, “जिन चट्टानों की हम डेल्टा पर जांच कर रहे हैं, उनमें अभी तक कार्बनिक पदार्थों की उच्चतम सांद्रता पाई गई है. उन्होंने बताया कि इकट्ठे किए गए नमूने साल 2030 में पृथ्वी पर लाए जाएंगे.
न्यूजवीक की एक रिपोर्ट ने हाल ही में बताया गया था कि मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में उन चट्टानों की खोज हुई है, जिनमें जीवन से संबंधित कुछ प्रमाण हो सकते हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह की सतह कभी पानी की दुनिया थी जो अब चट्टान रह गई है. नासा का यह पर्सवेरेंस रोवर नमूनों को एक संरक्षित कर रहा है.