शामली. गांव लिलौन में जमीन विवाद के मामले में पुलिस पर अवैध कब्जा कराये जाने का दबाव बनाना और अभद्रता करना किसान नेता को महंगा पड़ गया। इतना ही नहीं जमीन विवाद के मामले में बिना साक्ष्य के दीवार को तोड़े जाने का दबाव न मानने पर पुलिस के सामने ही किसान नेता ने दूसरे पक्ष को देख लेने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने मुचलका पाबंद कर दोनों पक्षों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव लिलौन निवासी इल्म सिंह व दूसरे पक्ष सचिन के बीच रास्ते में दीवार बनाने को लेकर विवाद चला आ रहा है। गुरुवार को दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया गया था। सचिन पक्ष ने साक्ष्य पेश कर दिया लेकिन इल्म सिंह कोई साक्ष्य नहीं रख सका। इस बात को लेकर एक पक्ष की ओर से आए किसान नेता संजीव लिलौन ने कोतवाली में ही दूसरे पक्ष को पुलिस के सामने देख लेने की धमकी व पंचायत कर जबरदस्ती कब्जा लेने की चेतावनी दे डाली। बीच-बचाव करने पर पुलिस के साथ भी अशोभनीय टिप्पणी की।
प्रभारी निरीक्षक ने इस व्यवहार से क्षुब्ध होकर पुलिसकर्मी को किसान नेता संजीव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के निर्देश दे दिए। पुलिस की सख्ती को देख किसान नेता फरार हो जाने में ही भलाई समझी। प्रभारी निरीक्षक दीपक चतुर्वेदी के आदेश पर पुलिस ने किसान नेता संजीव लिलौन व इल्म सिंह सहित दूसरे पक्ष के भी दो लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया है।