मुरादाबाद। हाथी घोड़ा पालकी,जय कन्हैया लाल की…। नंद के घर आनंद भयो…। गोविंदा आला रे आला…। के उद्घोष से मंदिर गूंज उठे। शुक्रवार को महानगर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम हर ओर रही। रंग बिरंगी रोशनी से नहाए मंदिर में शाम छह बजते ही झांकियों के दर्शनों को लोगों की भीड़ उमड़ी। दूध, शहद, दही व गंगा जल से भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर उनका अभिषेक किया।

वहीं पुलिस लाइन मंदिर में इस बार आकर्षक झांकियां सजाई गईं। दो सालों से मंदिर में कोरोना के कारण झांकियां नहीं सजाई जा रही थीं। इस बार मंदिर प्रांगण में भव्य झांकियां देखने को श्रद्धालुओं की भीड़ रही। पुलिस लाइन में दही हांडी तोड़ने के कार्यक्रम को देखने के लिए पुलिस अफसरों से लेकर आम आदमी भी पहुंचे।

पुलिस लाइन मंदिर में कारागार में वासुदेव-देवकी, राधा-कृष्णा का झूला, गोवर्धन पर्वत, लड्डू गोपाल की झांकी देखने को लोगों की लंबी कतार लगी। इधर, पुलिस लाइन में मथुरा से आए कलाकारों ने रासलीला करके मंत्रमुग्ध किया।

डीआइजी शलभ माथुर, एसएसपी हेमंत कुटियाल, एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया,एसपी देहात विद्यासागर मिश्र,एसपी यातायात अशोक कुमार सिंह, सीओ आशुतोष तिवारी,डाक्टर अनूप कुमार सिंह के साथ सभी अधिकारियों ने झांकियों के दर्शन किए और पूजा की। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया तमाम भक्‍तों के साथ श्रीकृष्‍ण के भजनों पर नृत्‍य करते दिखे। आरआइ रकम सिंह, एसआइ संजय शर्मा समेत अन्य अधिकारियों ने मंदिर व पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में व्यवस्था संभाली।

अपने बच्चों दूर रहे वृद्धों को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का प्रसाद देने पुलिसकर्मी घर-घर पहुंचे। एसएसपी ने सभी थानेदारों से ऐसे वृद्धजनों तक प्रसाद पहुंचाने के निर्देश दिए थे, जिनके बच्चे शहर से बाहर या विदेश में रहते हैं। एसएसपी के निर्देश पर ऐसे बुजुर्गों तक श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसाद पुलिसकर्मियों ने पहुंचाया।

2018 में तत्कालीन एसएसपी ने अभियान चलाकर जिलेभर में ऐसे वृद्धजनों का एक रजिस्टर तैयार करवाया था, जो अकेले रहते हैं। ऐसे वृद्धजनों की सूची तैयार कराने के बाद यह व्यवस्था की गई थी थानों की पुलिस नियमित रूप से वृद्धजनों से संपर्क करेगी। उसी साल पुलिस ने कुछ वृद्धजनों का जन्मदिन मनाया था, साथ ही त्योहारों पर उनके घर मिष्ठान भी पहुंचाया था। कोरोना के चलते इस व्‍यवस्‍था पर विराम लग गया था लेकिन, इस बार एसएसपी हेमंत कुटियाल ने फिर से बुजुर्गों तक सहायता पहुंचाने का फैसला किया।

एसएसपी ने बताया कि अकेले रहने वाले बुजुर्ग त्योहार का आनंद नहीं ले पाते हैं। इसलिए सभी थाना प्रभारियों को उन तक प्रसाद पहुंचाने के निर्देश दिए गए थे। प्रसाद पाने के बाद बुजुर्ग काफी प्रसन्‍न दिखाई दिए।