देशभर से बारिश की वजह से बिगड़े हालात की खबरें आ रही हैं. इनमें भी सबसे ज्यादा मुसीबत तो पहाड़ी क्षेत्रों पर टूट पड़ी है. ऐसे में उत्तराखंड में भी बारिश को लेकर लोगों में काफी डर की स्थिति है. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर भारी बारिश के हालातों की जानकारी दी है.
पीएम ने इस कॉल पर सीएम धामी से जान-माल की क्षति,सड़कों की स्थिति सहित चार धाम यात्रा, किसान व फसलों की स्थिति और कांवड़ यात्रा के संचालन के बारे में जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से कई जगहों पर हुए जन-धन की हानि और बाधित सड़कों के साथ ही चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने किसानों और फसलों की स्थिति के बारे में भी बताया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शासन, एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम कर रहे हैं. जगह-जगह जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं ताकि बाधित सड़कों को तुरंत खोला जा सके. उच्च स्तर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम धामी को केंद्र से पूरे सहयोग के लिए आश्वस्त किया है.
बता दें कि बारिश की वजह से पहाड़ी इलाकों में हालात काफी खराब हैं. उत्तराखंड में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गूलर के पास भूस्खलन के बीच जीप नदी में गिरने से तीन तीर्थयात्री गंगा में डूब गए. इस जीप में 11 लोग सवार थे. उन्होंने बताया कि पांच लोगों को बचा लिया गया है, जबकि तीन की तलाश जारी है. बचाव कर्मियों ने तीन शव बरामद किए हैं.
मुनि की रेती पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक रितेश साह ने बताया कि दुर्घटना ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गूलर के पास मालकुंती पुल और होटल आनंद काशी के बीच हुई. साह ने बताया कि बचाए गए पांच यात्रियों को ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गये. भारी बारिश के कारण जिले के काशीपुर क्षेत्र के मिस्सरवाला गांव में दो मकान ढह गए, जिससे एक दंपती की मौत हो गई और उनकी पोती घायल हो गई. उत्तराखंड राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, पीड़ितों की पहचान 65 वर्षीय नसीर अहमद और उनकी 60 वर्षीय पत्नी मोहम्मदी के रूप में की गई है. घटना में दंपति की 18 वर्षीय पोती मंतसा घायल हो गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एक अन्य घटना में उत्तरकाशी जिले के बड़कोट कस्बे में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की भूस्खलन में पत्थर की चपेट में आने से मौत हो गई. वहां तैनात एक अन्य होम गार्ड भी पत्थर गिरने से बाल-बाल बच गया. यह घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई जहां 45 वर्षीय हेड कांस्टेबल चमन लाल तोमर यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात थे. उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
एक ट्वीट में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए ‘रेड अलर्ट’ मोड पर रहने का निर्देश दिया है. भूस्खलन के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और साथ ही चार धाम यात्रा भी बाधित हुई, जिसके लिए लाखों लोग राज्य में आते हैं. अधिकारियों ने बताया कि गंगा समेत राज्य की प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है.