
शामली। नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। टिकट के दावेदार काफी दिनों से पार्टी के आला नेताओं की परिक्रमा में लगे हैं। भाजपा में दावेदारों की संख्या अधिक है। शामली सीट पर ही 12 से ज्यादा दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। ऐसे में टिकट को लेकर बगावत के भी आसार बनते नजर आ रहे हैं। टिकट न मिलने पर ये दावेदार पार्टी को न केवल नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि दलबदल भी कर सकते हैं। ऐसे में संभावित डेमेज कंट्रोल को रोकने के लिए पार्टी नेतृत्व पर सभी की नजर लगी है।
नगर निकाय चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को अनंतिम सूची जारी हो गई। शामली नगर पालिका को अनारक्षित रखा गया है। भाजपा से शामली सीट पर नगर पालिका चेयरमैन पद के लिए 12 से ज्यादा दावेदार हैं। इनमें सुखचैन वालिया, अरविंद संगल, मानस संगल यशपाल पंवार, पुनीत द्विवेदी, विशाल गुप्ता, पंकज गुप्ता और प्रतीक अग्रवाल मुख्य हैं। इसके अलावा अन्य दावेदार भी टिकट की दौड़ में है। जो टिकट पाने के लिए तरह-तरह की जुगत लगा रहे हैं। कोई पार्टी नेताओं के यहां चक्कर लगा रहा है, तो कोई जोरशोर से प्रचार में जुटा है। ऐसे भी हैं, जो गुपचुप तरीके से अपने प्रचार में लगे हैं।
इनमें अधिकांश दावेदार अपने आकाओं के दम पर चुनावी समर में उतरने का सपना संजाेए हुए हैं। कोई पूर्व विधायक, तो कोई सांसद या एमएलसी के साथ ही पार्टी संगठन के आला नेताओं के माध्यम से अपनी दावेदारी को तय करने में जुटा हुआ है। चर्चा है कि वरिष्ठ नेता भी अपने चहेतों को लेकर पैरवी तेज कर दी है। इस खेमाबंदी के बीच ही बगावत के आसार ज्यादा प्रबल नजर आ रहे हैं। हालांकि आला नेता और जनप्रतिनिधि गोपनीय तरीके से ही अपने चहेतों की पैरवी में जुटे हैं। लेकिन जिस तरह दावेदारों की संख्या बढ़ रही है, वह कहीं न कहीं संगठन नेताओं की चिंता को बढ़ा रही है।
भाजपा के जिलाध्यक्ष सतेंद्र तोमर और निकाय चुनाव प्रभारी पंकज राणा ने बताया कि टिकट के लिए करीब 15 आवेदन प्राप्त हुए हैं। पार्टी जिसे भी टिकट देगी, उसकाे सभी मिलकर चुनाव लडाएंगे, क्योंकि भाजपा अनुशासशित पार्टी है। भाजपा में टिकट न मिलने पर कोई नाराज नहीं होता है। पार्टी जिसे टिकट देती है, उसे सभी कार्यकर्ता पूरी मेहनत और लगन के साथ चुनाव लड़ाते हैं।
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