मुरादाबाद: दुष्कर्म के आरोपी की मदद करने के उद्देश्य से रिश्वत लेने के आरोप में हसनपुर के तत्कालीन सीओ कुलदीप कुकरेती के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम तहत एफआईआर दर्ज की गई है। वर्तमान में उनकी तैनाती सहारनपुर में सीओ एलआईयू के पद पर तैनात है।

यह मामला हसनपुर कोतवाली से जुड़ा है। पुलिस के मुताबिक हसनपुर थाने में 2020 में दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इस मामले में दुर्वेश कुमार को आरोपी बनाया गया था।

गजरौला थानाक्षेत्र के गांव चक कुदैना निवासी रघुनाथ सिंह ने 16 अक्तूबर 2020 को संयुक्त सचिव गृह को शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया दुर्वेश के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज हुआ था उसमें सीओ हसनपुर कुलदीप कुकरेती ने मदद करने के नाम पर तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। दो बार में उनको 1.20 लाख रुपये की राशि दी भी गई, लेकिन सीओ ने मदद नहीं की। बाद में सीओ का स्थानांतरण हसनपुर से लखीमपुर के लिए हो गया।

रघुनाथ सिंह का आरोप है कि लखीमपुर पहुंच कर उनके रुपये वापस मांगे, लेकिन उन्होंने रुपये वापस नहीं दिए। इस मामले में रघुनाथ सिंह ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर कार्रवाई की मांग की थी। इस गंभीर प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई मुरादाबाद की टीम द्वारा जांच की गई।

जांच निरीक्षक ऊषा तोमर ने जांच पूरी की। जिसमें सीओ द्वारा रिश्वत लेने की पुष्टि हुई। मंगलवार को भ्रष्टाचार निवारण इकाई के पुलिस उपाधीक्षक अजय कुमार चौहान ने हसनपुर कोतवाली में तहरीर दी। हसनपुर सीओ सतीश पांडेय ने बताया कि भ्रष्टाचार के मामले में तत्कालीन सीओ कुलदीप कुकरेती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। कुकरेती वर्तमान में सहारनपुर जनपद में तैनात हैं।