मुंबई. बॉलीवुड में ज्यादातर स्टार्स ऐसे हैं जिनके बच्चे और भाई-बहन भी उनको फॉलो करते हुए इस करियर में कदम रखते हैं और इसे ही ‘नेपोटिज्म’ कहा गया है. जहां ज्यादातर बार यह कहा जाता है कि एक एक्टर के बच्चों को मौके आसानी से मिल जाते हैं और उनके लिए करियर बनाना मुश्किल होता है, हमारे सामने एक ऐसा ही उदाहरण है जहां अपने पिता के करियर की चमक में एक बेटे का हुनर और करियर फीका पड़ गया है. यह और कोई नहीं बल्कि अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन की जोड़ी है. अभिषेक बच्चन को तीन फिल्मों के लिए लगातार ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर’ के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिल चुका है जो एक रिकॉर्ड है; अभिषेक से पहले सिर्फ दिलीप कुमार को ये सौभाग्य प्राप्त हुआ है. इतना ही नहीं, अभिषेक को ‘पा’ फिल्म के लिए बतौर प्रोड्यूसर, ‘बेस्ट फीचर फिल्म हिन्दी’ नेशनल अवॉर्ड भी मिला है. इस सबके बावजूद आखिर उन्हें बहुत ज्यादा सफलता क्यों नहीं मिली, आइए जानने की कोशिश करते हैं कि इसके पीछे के कारण क्या हो सकते हैं…

अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन एक बेहतरीन एक्टर और प्रोड्यूसर हैं लेकिन फिर भी उन्हें आज तक वो सफलता नहीं मिली है, जो उनके पिता को मिली है; ऐसा क्यों? यह हो सकता है कि जब आपके पिता एक बहुत बड़े स्टार होते हैं, तो उनकी छांव से निकल पाना और उनके स्टारडम को तोड़कर अपना एक नाम बना पाना बहुत मुश्किल है. ऐसे में, अमिताभ बच्चन के सुपर-स्टारडम के आगे अभिषेक बच्चन अपने हर कदम पर, अपने हर प्रोजेक्ट में अपने पिता से कम्पेयर किये जाते हैं.

अभिषेक बच्चन वाकई एक बेहद पॉपुलर और टैलेंटेड फैमिली से आते हैं जो कई बार उनके अच्छे काम और करियर को ओवरशैडो कर लेती है. अभिषेक बच्चन के पिता एक सुपरस्टार तो हैं ही, उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन भी बहुत ज्यादा फेमस हैं और कहा जा सकता है कि उनकी पॉपुलैरिटी अभिषेक से ज्यादा है. ऐसा हो सकता है कि अभिषेक का टैलेंट और काम उनके परिवार, खासतौर पर उनके पिता और पत्नी के फेम के आगे छोटा पड़ जाता है.