नई दिल्ली। इजराइल द्वारा गाजा को खाली करने के लिए हमास को दी गई डेडलाईन खत्म हो गई है, जिसके बाद हमास पर इजराइल के सबसे बडे हमले का अनुमान लगाया जा रहा है। इस बीच बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को तोड़ डालने का ऐलान किया है।

इजरायल की सेना की ओर से उत्तरी गाजा में सुरक्षित गलियारे के लिए 3 घंटे का अल्टीमेटम समाप्त हो गया है। इजरायल ने यह डेडलाइन यहां के लोगों को समुद्री तटीय क्षेत्र के दक्षिणी भाग में चले जाने के लिए तय की थी। गाजा में हालात अब बेहद नाजुक हो गए हैं।

इजरायली सेनाएं चौतरफा जमीनी हमले का आदेश मिलने के इंतजार में हैं। सैनिकों ने गाजा पट्टी में छापेमारी पहले ही शुरू कर दी है। इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा था कि सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक इस गलियारे पर कोई ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा।

सेना ने कहा, ’गाजा सिटी और उत्तरी गाजा के लोगों को दक्षिणी इलाकों में चले जाने के लिए पहले ही आगाह किया गया था। ऐसा हमने आप सबकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया।’

गाजा के 23 लाख नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षा के लिए भीषण संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। हमास के आतंकवादियों के इजरायल पर हमला करने के हफ्ते भर बाद गाजा में फलस्तीनी बुनियादी जरूरतों से भी वंचित हो गए हैं।

गाजा के हजारों लोग उत्तरी इलाके को खाली करने के इजरायल के आदेश का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं। कई सारे लोग वहां के अस्पतालों में जमा हो गए। दरअसल, इजरायल की सेना ने 10 लाख से ज्यादा फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश दिया।

इजरायल ने गाजा के निवासियों को दक्षिण की ओर जाने के लिए सोशल मीडिया पर भी निर्देश जारी किया। साथ ही विमान के जरिए गिराए गए पर्चों में भी यही आदेश दोहराया गया।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कैबिनेट की मीटिंग की। बैठक की शुरुआत में कुछ समय का मौन रखा गया। इसमें कहा गया, ’यह हमारे उन भाइयों व बहनों की याद में जिनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई और युद्ध में शहीद होने वाले हमारे वीर सैनिकों के नाम।’ नेतन्याहू ने इस दौरान कहा, ’हमास को लगा कि हम टूट जाएंगे मगर सच यह है कि हम हमास को तोड़ देंगे।’