मेरठ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में अपने शुरुआती दौर से ही दौड़ की प्रैक्टिस करने वाली प्रीति पाल ने पेरिस में आयोजित पैरालंपिक में भारत का नाम रोशन कर दिया है. शुक्रवार को महिलाओं की टी 35 वर्ग की 100 मीटर स्पर्धा में उन्होंने 14.21 सेकंड में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता.
इस जीत के साथ, प्रीति ने पैरालंपिक की ट्रैक स्पर्धा में भारत को पहला एथलीट पदक दिलाया है. उनकी इस उपलब्धि से मेरठ से लेकर मुजफ्फरनगर तक जश्न का माहौल है.
कैलाश प्रकाश स्टेडियम में प्रीति पाल को ट्रेनिंग देने वाले कोच गौरव त्यागी ने बताया कि प्रीति ने 2018 से फरवरी 2024 तक इसी स्टेडियम में कड़ी मेहनत की. उन्होंने कहा कि प्रीति में गजब की प्रतिभा है और उसकी मेहनत ने ही उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है. कोच त्यागी ने विश्वास जताया कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, प्रीति पाल आगे भी नई ऊंचाइयों को छूते हुए भारत का नाम गर्व के साथ रोशन करेंगी.
प्रीति के पिता अनिल कुमार पाल ने बताया कि उनकी बेटी ने पूरे भारतवासियों का सपना साकार किया है. उन्होंने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि प्रीति में बहुत हुनर है. दूसरी ओर, प्रीति ने भी वीडियो कॉल के जरिए अपनी दादी को अपनी जीत की खुशखबरी दी. बता दें कि प्रीति पाल एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं, और उनकी इस सफलता से पूरे परिवार में खुशी की लहर है. मेरठ से लेकर मुजफ्फरनगर तक, बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.