साओ पाउलोः अपने प्यार को पाने के लिए अपराध का सहारा लेने वालों की दुनिया में कोई कमी नहीं है. देश में मशहूर क्राइम शो में भी आपने ऐसी कई कहानियां या सीरियल देखे होंगे. लेकिन अब आपको ऐसी वारदात के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा.

तंदूर में पका दिया
ब्राजील के मौरो संपियेत्री ने दूसरी शादी करने के लिए पहली पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए ऐसी हैवानियत को अंजाम दिया कि जिसने भी खौफनाक अपराध के बारे में सुना, उसकी रुह कांप गई. पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए वो उसे एक तंदूर में बार्बेक्यू की तरह पकाकर खा गया, ताकि उसके खिलाफ कोई सबूत न मिले.

’प्यार नहीं इसके सनक कहते हैं’
डेली स्टार में प्रकाशित खबर के मुताबिक मौरो नाम के आरोपी को किसी और महिला से प्यार हो गया था. वो उसे पाने के लिए किसी भी हद से गुजरने को तैयार था. ऐसे में उसने दूसरी शादी रचाने के लिए रास्ते का रोड़ा बनी पत्नी को बेरहमी से मार डाला फिर वो उसे खा कर पचा गया और दूसरी शादी कर ली. कोर्ट से सजा होने के बाद पुलिस ने मीडिया को पूरा केस बताया. वहीं मामले के खुलासे के बाद लोगों ने इसे प्यार नहीं एक कातिल की सनक बताया.

सबूत छिपाने के लिए किया ऐसा
आरोपी ने पहले बीबी का कत्ल किया फिर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर शरीर के अंगों को भट्ठी में पकाया और प्लेट में सजाकर पत्नी के मांस का स्वाद चखा. इतना सबकुछ उसने इसलिए किया ताकि पुलिस को उसके खिलाफ कोई सबूत न मिले और वो अपनी नई पत्नी के साथ खुशी-खुशी रह सके.

यूं पकड़ा गया आरोपी
59 साल के मौरो संपियेत्री को अपनी पत्नी क्लॉडेटे सम्पिएत्री से कोई शिकायत नहीं थी. बल्कि पहले तो वो उसे बेहद प्यार करता था. दोनो ने लंबे समय तक एक-दूसरे का साथ दिया. लेकिन जब पत्नी उसे रास्ते का रोड़ा नजर आई तो उसे ही मार दिया. हालांकि पत्नी के लापता होने पर उसकी तलाश की गई और उसके घर के पास ही उसके कुछ अवशेष मिले जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

कत्ल की ये सनसनीखेज वारदात मौरो ने जनवरी 2017 को अंजाम दी गई थी. वो पुलिस को चकमा देकर जेल फरार हो गया था. दरअसल उसे 21 साल जेल की सज़ा सुना दी गई थी. मगर उसे तो दूसरी शादी भी करनी थी. इसलिए वो जेल से भागा और दूसरी शादी कर ली. करीब 5 साल बाद वो दोबारा पुलिस की गिरफ्त में आया. दरअसल एक रात ट्रैफिक पुलिस ने उसे रोका. तब वो दूसरी पत्नी को लेने जा रहा था. उसने अपनी पहचान एक विदेशी नागरिक के तौर पर बताई लेकिन वो अपना कोई आईडी प्रूफ यानी विदेशी नागरिक होने का सबूत नहीं दे पाया. इसलिए उसे लोकल पुलिस के हवाले कर दिया गया. जहां पुलिस ने अपने तरीके से उसकी असली पहचान पता कर ली तो उसने गुनाह कबूल कर लिया.