इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जानलेवा हमले के बाद से हालात काफी नाजुक बने हुए हैं। वजीराबाद में एक विरोध मार्च के दौरान गोली मारे जाने के एक दिन बाद, इमरान खान को अचानक बांग्लादेश याद आ रहा है। इसके अलावा इमरान ने खुद की तुलना अवामी लीग के अध्यक्ष शेख मुजीबुर रहमान से भी कर डाली है।

इमरान खान ने पूर्ण चुनावी कार्यकाल पूरा होने से पहले अपने पद से हटने की तुलना 1971 के युद्ध से की है। बता दें कि 1971 के युद्ध के दौरान बांग्लादेश का गठन हुआ था। इमरान खान ने पाकिस्तान 2022 की तुलना वर्ष 1971 से की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 में शेख मुजीबुर रहमान के नेतृत्व वाली अवामी लीग को बहुमत के बावजूद सरकार बनाने की अनुमति नहीं दी गई थी। इमरान ने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान में क्या हुआ? सबसे बड़ी पार्टी जो जीती, उसके खिलाफ सेना ने कार्रवाई की। पार्टी को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया।

इमरान खान ने पूर्वी पाकिस्तान में हुए अत्याचारों को याद किया। उन्होंने कहा कि अवामी लीग के अध्यक्ष शेख मुजीबुर रहमान ने 1970 के आम चुनावों में पूर्ण लोकतांत्रिक बहुमत हासिल किया था। लेकिन सेना ने अपनी क्रूर योजना बनाई और पाकिस्तान में बंगाली एकता को कुचलने की साजिश रची।

सेना द्वारा 26 मार्च, 1971 को ऑपरेशन सर्च लाइट नाम से एक सैन्य कार्रवाई शुरू की गई थी। पूरे पूर्वी पाकिस्तान में सैकड़ों हजारों निर्दोष नागरिकों, पुरुषों और महिलाओं और बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उन्हें तबाह कर दिया गया। 26 मार्च से 16 दिसंबर, 1971 तक पूर्वी पाकिस्तान में चले आतंक के शासन से शरण लेने के लिए लगभग 10 मिलियन शरणार्थी सीमा पार करके पड़ोसी भारत में भाग गए थे।

इमरान खान ने भारत का भी जिक्र किया। उन्होंने पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति के लिए पाकिस्तानी सेना पर हमला किया और कहा, “विकास के मामले में भारत हमसे आगे निकल गया।” इमरान खान ने वर्तमान हालात को बांग्लादेश से जोड़ते हुए कहा कि अभी वहीं हो रहा है जो 1971 में हुआ था। देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी को हटाया जा रहा है और उसके नेता को मारने की कोशिश की जा रही है।