कैलिफोर्निया. अपराधी अपनी करतूतों को छिपाने के लिए क्या कुछ नहीं करता, इसका एक हैरतअंगेज मामला अमेरिका में सामने आया है, जहां जानवरों की तस्करी करने वाले एक शख्स की मौत के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. ये शख्स इतना शातिर था कि दशकों तक जानवरों की अवैध तस्करी करने के दौरान किसी को उसके पेशे का पता नहीं चला, अगर वो पकड़ा भी जाता तो सबूत न मिलने की वजह से जल्द ही जेल से छूट जाता था.

अमेरिकी सीमा सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, कैलिफोर्निया में रहने वाले इस तस्कर का नाम जोस मैनुअल पेरेज था. जिसने एक साथ करीब 6 करोड़ रुपयों की कीमत के दुर्लभ जीवों को पैंट में छुपाकर तस्करी का प्रयास किया तो मारा गया. स्मगलिंग की ये कोशिश आरोपी जोस की जिंदगी की आखिरी तस्करी साबित हुई.

जोस, करीब 6 सालों में मेक्सिको और हांगकांग की सीमा पर मौजूद खामियों का फायदा उठाते हुए करीब 1700 जानवरों को अवैध तरीके से अमेरिका लाने में कामयाब रहा. कोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, सीमा पार करने के लिए उसने अलग-अलग तरीकों से कोशिशें की जो हमेशा कामयाब रहीं. कई बार वो खुद कंसाइनमेंट लेकर आया तो कुछ मामलों में कस्टम अफसरों को घूस देकर बच निकला.

रिकॉर्ड के जोस ने जिन जानवरों की तस्करी की उनमें दुर्लभ प्रजाति के कछुए, मगरमच्छ और मैक्सिकन छिपकलियां शामिल थीं. उसने इन जानवरों के बदले देशभर में मौजूद अपने ग्राहकों से मोटी रकम वसूली. उसने बेजुबान जीवों को शिकार बनाने का अपराध किया तो कुदरत ने अपने तरीके से उसका इंसाफ किया.

जोस की मौत, मार्च में हुई. इससे कुछ महीनों पहले ही वो अपनी शर्ट और पैंट की जेब में 60 जानवरों को छुपाते हुए मैक्सिको से अमेरिका आ रहा था. इस खेप में उसके पास एक रंग बदलने वाला जहरीला सांप और कई आर्बरियल एलीगेटर छिपकलियां भी थीं. इस बार उसकी कोई भी चाल नहीं काम आई, वो पकड़ा गया. जोस को सांप और छिपकली की तस्करी के अलग-अलग मामलों में 20 साल कैद की सजा मिली. क्योंकि यहां वन्यजीव तस्करी अपराध है, जिसमें कम से कम पांच साल कैद हो सकती है.