नई दिल्ली : वित्तीय वर्ष 2023-24 का आखरी महीना यानी मार्च खत्म होने जा रहा है.हर महीने की पहली तारीख को देश में कई बदलाव होते हैं। अप्रैल में भी कई बदलाव होने जा रहे हैं। इस महीने में सभी आवश्यक सरकारी एवं वित्तीय कार्यों को पूर्ण किया जाता है. इसमें एनपीए से लेकर क्रेडिट कार्ड के नियम तक कई बदलाव शामिल हैं। इन बदलावों का असर सीधे आम आदमी की जेब पर पड़ता है।
आइए जानतें हैं विस्तार से इन्हीं कामों के बारे में जो आप निपटा लेगें तो आपको नुकसान नहीं होगा:
• सबसे पहले सुकन्या समृद्धि में अगर आप निवेश करते है, पीपीएफ में अगर आप इन्वेस्ट करते है तो मिनिमम इन्वेस्टमेंट की जो तारीख है वो 31 मार्च है. पीपीएफ में 500 रुपये और सुकन्या में 250 रुपये में इन्वेस्ट कर दें वरना इसे डीएक्टिवेट किया जा सकता है ।
• आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक 15 मार्च तक पेटीएम पेमेंट बैंक्स का ट्रासेंक्शन हो पाएगा और साथ ही अगर पेटीएम फास्टैग आपका अकाउंट से लिंक है तो उसे भी हटा दें, नहीं तो आपको दोगुना टैक्स देना पड़ेगा.
• 31 मार्च से पहले आप अपने कार के फास्टैग की केवाइसी अपडेट करवा लीजिए नहीं तो बैंक की तरफ से उसे बैन किया जा सकता है वरना उसे ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है .
• वित्त 2022-2023 की लिए अगर आपने टैक्स इन्वेस्टमेंट नहीं किया है तो वो भी आप 31 मार्च से पहले निपटा लें .
• अपडेटेड इनकम रिटर्न दाखिल करने करने का आखरी मौका 31 मार्च 2024 को है. करदाता को 31 मार्च से पहले यह फाइल करना होगा. सभी टैक्सपेयर्स को सलाह दी जाती है कि वो अपने ड्यू आईटीआर को आखिरी तारीख से पहले भर दें जिससे कि उन्हें लेट फीस या पीनल इंटरेस्ट ना देना पड़े.