नई दिल्ली। ब्लैकपूल के पास की इस जगह में रहने वाले कई लोग रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों से जूझते हैं. सड़क पर फैले कचरे से लेकर गधों के अस्तबल तक, ऐसी कई चीजें हैं जो लोगों का जीना मुश्किल बनाती हैं.

कई बैठकें रहीं बेनतीजा
यहां रह रहे लोगों की मदद करने के लिए 57 साल की ट्रेसी पिपोन आगे आईं. इस मुद्दे पर हुई कई पीएसीटी बैठकें भी बेनतीजा रही हैं. किसी के पास भी इसका कोई भी समाधान नहीं है.

लोगों की सेहत पर असर
इस तरह के वातावरण में रहना लोगों की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है. यहां के लोगों का कहना है कि इतनी गंदगी और कचरे के बीच में रहना किसी जेल में रहने से भी ज्यादा बदतर है. लोगों ने इस सिलसिले में संबंधित अथॉरिटी से सीसीटीवी लगवाने की मांग की है. कुछ लोगों की गलती की वजह से सभी का जीना दूभर हो रहा है.

ड्रग डीलिंग से भी खतरा
निवासियों को लगता है कि उनके और समुद्र के किनारे पर्यटन स्थलों के बीच एक ‘क्लियर डिवाइड’ है. यहां की गलियां इतनी गंदी हैं कि लोग अपने बच्चों को इस रास्ते से गुजरने से भी रोकते हैं. इतना ही नहीं मेन रोड में ड्रग डीलिंग और ग्रूमिंग भी की जाती है.