गुरुग्राम. हरियाणा के चार मौजूदा और पंजाब के तीन पूर्व विधायकों को जान से मारने की धमकी तथा रंगदारी मांगने के मामले में एसटीएफ की गिरफ्त में आए बदमाशों से रिमांड अवधि में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। आरोपी पाकिस्तान, सउदी अरब समेत मिडिल ईस्ट के अन्य देशों में बैठे अपने साथियों के सीधे संपर्क में थे। रंगदारी और ठगी का पैसा हवाला के जरिए उन्हीं के बैंक खातों में भेजा जाता था। पिछले 8 माह में आरोपियों के 727 बैंक खातों से 867 लेन-देन के जरिये करीब 2 करोड़ 77 लाख 3750 रुपये का लेन-देन पाया गया है। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने इस मामले में बीते माह में अलग-अलग जगहों से 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया था।
इन बदमाशों की पहचान बेतिया जिला बिहार निवासी दुलेश आलम, जिला बस्ती यूपी निवासी बदरे आलम, जिला गोपालगंज बिहार निवासी अमित यादव उर्फ राधेश्याम, जिला मोतीहारी बिहार निवासी सद्दीक अनवर, जिला मुजफ्फरपुर बिहार निवासी सनोज कुमार व जिला बेतिया बिहार निवासी कैश आलम के रूप में हुई।
आरोपियों के फोन से 18 ऐसे नंबर मिले हैं, जो विदेशों से ऑपरेट हो रहे थे। मिडिल ईस्ट में इकबाल कैश आलम और सादिक, सउदी अरब में राकेश तथा पाकिस्तान में अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक आरोपियों का सहयोग कर रहे थे।
इन्हीं के जरिए पैसे खातों में ट्रांसफर किए जाते थे। ये सभी गणमान्य लोगों के मोबाइल नंबर व अन्य डाटा इंटरनेट से निकालते थे। इसके बाद स्थानीय गैंगस्टर के नाम से धमकी देकर पैसे ऐंठने का प्रयास करते थे।
बेतिया निवासी अबुलेश आलम पहले केबीसी, जीरो इंटरेस्ट लोन व ओटीपी के जरिये ठगी करता था। बाद में जून 2021 में पॉक्सो व दुष्कर्म के मामले में उसे बेतिया जेल भेज दिया गया। इसी दौरान अबुलेश ने अपने साथी अमित उर्फ राधेश्याम व छोटे भाई दुलेश आलम को ठगी का प्रशिक्षण दिया था।
उसी ने विदेश मे बैठे अपने भाई कैश आलम व पाकिस्तान व सउदी अरब समेत मिडिल ईस्ट के देशों में अपने साथियों से इनका संपर्क कराया था। कैश आलम पहले भी करीब तीन साल दुबई में रह चुका है।