लखनऊ।  यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार रात तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से स्कूटी सवार महिला की मौत हो गई। वह ट्रक में फंसकर वह 500 मीटर तक घिसटती चली गई। बुद्धेश्वर चौराहे के पास ट्रक से छिटककर महिला दूर जा गिरी। नशे में चूर चालक ट्रक में फंसी स्कूटी लेकर भाग निकला। करीब एक किलोमीटर दूर जाकर स्कूटी भी दूरी जा गिरी। पुलिस ने 10 किलोमीटर पीछा करके आरोपी चालक को पकड़ लिया।

हादसा पारा थाना क्षेत्र के मोहान रोड इलाके में हुआ। हंसखेड़ा के बुद्धनगर निवासी हरिपाल सिंह आर्मी से सेवानिवृत्त हैं। वह ऑटो चलवाते हैं। उनकी पत्नी नीरू सिंह (53) घर से टिफिन सर्विस चलाती थीं। शनिवार शाम आठ बजे नीरू इलेक्ट्रिक स्कूटी से बुद्धेश्वर पिंक सिटी निवासी परिचित से मिलने जा रही थीं।

बुद्धेश्वर ओवरब्रिज के नीचे पुलिस बूथ से दस कदम पहले पीछे से आ रहे सीमेंट लदे तेज रफ्तार ट्रक ने स्कूटी को चपेट में ले लिया। नीरू ट्रक के पहिया में फंस गईं। वह शोर मचाती रहीं, पर चालक ने ट्रक नहीं रोका। 500 मीटर घिसटने के बाद उनकी मौत हो गई। बुद्धेश्वर चौराहे पर झटका लगने से नीरू ट्रक से छिटककर दूरी जा गिरीं। उनका क्षत-विक्षत शव देख लोगों ने शोर मचाया तो आरोपी चालक ट्रक लेकर भाग निकला। स्कूटी ट्रक में ही फंस रह गई।

काकोरी नहर रोड पर एक किलोमीटर जाकर स्कूटी ट्रक से छिटककर गिरी। पुलिस की गाड़ी पीछा करते हुए पहुंची। ट्रक चालक को रोकने का प्रयास किया। चालक ने पुलिस की गाड़ी को भी टक्कर मारने की कोशिश की। करीब 10 किलोमीटर पीछा करने के बाद आरोपी चालक ने ट्रक रोका।

इसके बाद उतरकर भागने लगा। पुलिस ने दौड़ाकर उसे पकड़ लिया। आरोपी चालक काकोरी के सकरा का रहने वाला संजय है। नीरू के परिवार में बेटा अविनाश व बेटी अंजलि है। हरिपाल की तहरीर पर पारा पुलिस ने चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है।

हादसे के बाद नाराज लोगों ने बुद्धेश्वर चौराहे पर प्रदर्शन किया। व्यापार मंडल अध्यक्ष पिंटू गुप्ता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आए दिन हादसे होते रहते हैं। जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देते।

बुद्धेश्वर चौराहे के चारों ओर अवैध तरीके से ई रिक्शा, टेंपो, बस स्टैंड चल रहे हैं। लोगों ने पारा व ट्रैफिक पुलिस पर वसूली का आरोप भी लगाया। बुद्धेश्वर विकास महासभा की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महामंत्री सोनी गौतम ने कहा कि पुलिस पिकेट पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी और थाने के पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन ट्रक को पकड़ना मुनासिब नहीं समझा।