लखनऊ: उत्तर प्रदेश में उप चुनाव के दौरान मतदान प्रक्रिया प्रभावित करने के आरोपों पर चुनाव आयोग एवं प्रशासन कार्रवाई करते हुए तीन जिलों में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है। कानपुर के सीसामऊ विधानसभा में मतदाता पहचान पत्र चेकिंग मामले में दो सब-इंस्पेक्टर, मुजफ्फरनगर में गाइडलाइंस का उल्लंघन करने पर दो चुनाव आयोग ने दारोगाओं को सस्पेंड किया है। मुरादाबाद के कुंदरकी में शिकायत के बाद एसएसपी ने एक सब-इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों को ड्यूटी से हटाया। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मतदान स्थल पर इनकी भूमिका को लेकर शिकायतें मिली थीं। प्रशासन की तरफ से यह कार्रवाई स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए की गई है।

बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। अखिलेश ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लोगों को मतदान करने से रोक रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मामले का संज्ञान लेने और मतदान सुचारु रूप से संप्नन कराने की अफील की।

चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा, ‘किसी भी योग्य मतदाता को मतदान करने से नहीं रोका जा सकता। मतदान के दौरान किसी तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर तुरंत जाच होगी और जांच में यदि कोई दोषी पाया जाता है तो तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी।’ यूपी में विधानसभा की नौ सीटें गाजियाबाद, कटेहरी, खैर, कुंदरकी, करहल, मझावन, मीरापुर, फूलपुर और सीसामऊ में बुधवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ।

उप चुनाव में अपराह्न एक बजे तक 31.21 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। राज्य निर्वाचन कार्यालय ने यह जानकारी दी।

सभी सीट पर बुधवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। अपराह्न डेढ़ बजे राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सबसे ज्यादा 41.01 प्रतिशत मतदान कुंदरकी में हुआ, जिसके बाद मीरापुर में 36.77 प्रतिशत, कटेहरी में 36.54 प्रतिशत, मझवां में 31.68 प्रतिशत, खैर में 28.80 प्रतिशत, सीसामऊ में 28.50 प्रतिशत, फूलपुर में 26.67 प्रतिशत और सबसे कम गाजियाबाद में 20.92 प्रतिशत मतदान हुआ।