बिजनौर में एंबुलेंस को ट्रैक्टर से बांधकर पेट्रोल पंप तक ले जाने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसकी अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि मेरठ मेडिकल कॉलेज में मरीज को छोड़कर लौटने के दौरान फ्यूल खत्म हुआ। एंबुलेंस चालक सफाई दे रहे हैं कि मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए हमने एंबुलेंस दौड़ा दी थी। वहीं मामले की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी वीडियो को पोस्ट कर टवीट किया है। हालांकि पूरे मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी गई है।
शुक्रवार को एक एंबुलेंस जिला अस्पताल बिजनौर से दो माह के बच्चे को लेकर साढ़े तीन बजे मेरठ के लिए रवाना हुई। बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जिसके बाद बच्चे को मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया दिया गया। इसके बाद एंबुलेंस वापस बिजनौर की ओर लौटने लगी।
इस दौरान मवाना से पहले एंबुलेंस का फ्यूल खत्म हो गया। जिससे एंबुलेंस रास्ते में ही बंद हो गई। जिसके चलते एंबुलेंस को एक ट्रैक्टर की सहायता से पैट्रोल पंप तक पहुंचाया गया। वहीं अधिकारियों ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद मरीज के परिजनों से बात की गई।
इस दौरान परिजनों ने बताया कि अब बच्चे की हालत में सुधार है। मेरठ पहुंचने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई। वहीं जिला प्रोग्राम मैनेजर गिरीश पुरोहित ने बताया कि जब मामले की जांच की गई तो सामने आया है कि मरीज की स्थिति नाजुक देखते हुए पहले उसे मेरठ भर्ती कराया गया।
एंबुलेंस में इतना फ्यूल था कि मरीज को अस्पताल पहुंचाया जा सके। वहीं आगे की कार्रवाई की जा रही है। अगर जांच में एंबुलेंस चालक और उसका साथी की लापरवाही मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।