प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में हुई हत्या के बाद से योगी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है. विपक्षी दलों का आरोप है कि राज्य में कानून-व्यवस्था एवं खुफिया तंत्र पूरी तरह ध्वस्त हो गई है और यह घटना इसी बात का सबूत है. मामले की गंभीरता को समझते हुए बीजेपी के बड़े नेता भी इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. इस बीच यूपी के विधायक का एक ऐसा बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो कि बीजेपी के लिए मुसीबत बन सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वीडियो में जनता को संबोधित करते हुए विधायक बोल रहे हैं- ‘माफिया पर बुलडोजर चलवाया कि नहीं चलवाया. अतीक को ऊपर पहुंचाया कि नहीं पहुंचाया. अशरफ को ऊपर पहुंचाया कि नहीं पहुंचाया. तो सहारनपुर से गुंडों को बाहर पहुंचाना है.’
बीजेपी विधायक गुरुवार को सहारनपुर में मेयर पद के लिए बीजेपी प्रत्याशी डॉ अजय सिंह के चुनाव कार्यालय का शुभारंभ करने आए थे. इसी मौके कथित तौर पर उन्होंने यह विवादास्पद बयान दिया. बता दें उत्तर प्रदेश में में इन दिनों नगर निकाय चुनाव को लेकर सियासी गतिविधियां तेज है.
उल्लेखनीय है कि शनिवार (15 अप्रैल) को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब पुलिस उन्हें लेकर मेडिकल परीक्षण के लिए शाहगंज थाना अंतर्गत काल्विन अस्पताल परिसर में दाखिल हुई थी. शाहगंज थाना, काल्विन अस्पताल से चंद कदम की दूरी पर स्थित है. अतीक और अहमद की हत्या उस वक्त हुई जब ये दोनों मीडिया से बात कर रहे थे. यह पूरा घटनाक्रम वीडियो कैमरे में कैद हो गया.
इस मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को बुधवार (12 अप्रैल) को निलंबित कर दिया गया. पीटीआई-भाषा के मुताबिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अतीक और अशरफ हत्या मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह, एक उप निरीक्षक और तीन कांस्टेबल को बुधवार को निलंबित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि एसआईटी की जांच में दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पाए जाने पर यह कदम उठाया गया है.