सऊदी अरब. इमरान ख़ान ने अपने पौने चार साल के कार्यकाल में कुल 32 विदेश यात्राएं कीं, इनमें से वो आठ बार कभी वो सऊदी राजशाही को सम्मान प्रकट करने तो कभी आर्थिक मदद मांगने पहुँचे.

इमरान की सरकार गिरने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने भी अपना पहला विदेशी दौरा सऊदी अरब का ही किया. वहाँ पाकिस्तानी मूल के लोगों ने शरीफ़ का विरोध करते हुए चोर-चोर के नारे लगाए और इसे लेकर इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ मुक़दमा भी दर्ज हो गया है.

पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच पाकिस्तान की स्थापना के समय से ही मज़बूत संबंध हैं. 1970 के दशक के बाद से ये संबंध और भी मज़बूत हुए हैं. पाकिस्तान के नेता अपने पहले दौरे पर सऊदी जाते रहे हैं.

विश्लेषक मानते हैं कि ऐसा करने की सबसे अहम वजह है सऊदी से पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद.