कीव. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार को अचानक से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जारी संघर्ष के एक साल पूरे होने से कुछ ही दिन पहले जो बाइडन का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है. बाइडन के इस दौरे के बाद अब संघर्ष की स्थिति बदलने के भी कयास लगाए जा रहे हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बाइडन के दौरे के बाद एक इंटरव्यू में कहा है कि अगर इस युद्ध में चीन रूस से हाथ मिलाता है तो विश्व युद्ध के हालात बन सकते हैं.

जेलेंस्की ने कहा, “हमारे लिए यह अहम है कि इस युद्ध में चीन रूसी संघ का समर्थन न करे. वास्तव में मैं चाहूंगा कि यह हमारी तरफ आ जाए. ऐसे समय में चाहे जो हो मुझे नहीं लगता कि ये मुमकिन है.”

ज़ेलेंस्की ने कहा, “लेकिन यहां क्या हो रहा है इसका व्यावहारिक आकलन करने का चीन के लिए एक अवसर दिखाई देता है. क्योंकि अगर चीन रूस के साथ साठ-गांठ करता है, तो विश्व युद्ध होगा और मुझे लगता है कि चीन को ये मालूम है.”

जेलेंस्की का ये बयान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के उस बयान के दो दिन बाद आया है जिसमें ब्लिंकन ने चीनी राजनयिक वांग यी को चेतावनी दी कि यदि चीन हथियारों और अन्य तरीकों से रूस की मदद करने का विकल्प चुनता है तो परिणाम भुगतने होंगे. वाशिंगटन बार-बार बीजिंग द्वारा मास्को को हथियारों की आपूर्ति करने पर चिंता जताता रहा है.

चीनी राजनयिक ने पुष्टि की कि यूक्रेन में संकट के बारे में चीन “न तो हाथ पर हाथ रखे देख रहा है और न ही आग में घी डालने का काम कर रहा है.” चीन ने रूस और यूक्रेन के बीच शांति और बातचीत का आह्वान किया है.

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की इस यात्रा को एकजुटता दिखाने के कदम के तौर पर देखा जा रहा है. बाइडन ने यूक्रेन की राजधानी में पांच घंटे से अधिक समय बिताया. उन्होंने मैरीन्स्की पैलेस में जेलेंस्की से मुलाकात की, देश के मारे गये जवानों को श्रद्धांजलि दी और यहां अमेरिकी दूतावास के कर्मियों से मुलाकात की.

बाइडन ने कीव में इस देश को आधा अरब डॉलर की अतिरिक्त अमेरिकी सहायता देने की घोषणा की. बाइडन ने संघर्ष जारी रहने के बीच यूक्रेन को अमेरिकी और अन्य सहयोगी देशों का समर्थन दोहराया.