नई दिल्ली: कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन की बढ़ती दहशत के बीच हाल ही में DCGI ने Covaxin की बच्चों को दी जाने वाली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. 12 से 18 साल के बच्चे को ये वैक्सीन आपातकाल स्थिति में दी जा सकेगी. DGCI ने भले ही 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को वैक्सीन की मंजूरी दे दी हो, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी 15 साल से ऊपर के बच्चों को ही वैक्सीन डोज देने का फैसला किया है. 1 जनवरी से CoWin पोर्टल में बच्चों के वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. इस सिलसिले में अपने बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आपको कौन सा प्रॉसेस फॉलो करना होगा. आइए बताते हैं.

ये फैसला उस समय लिया गया है जब देश में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जब तमाम एक्सपर्ट बच्चों के टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं. दुनिया के बाकी देशों में बच्चों के टीकाकरण का काम काफी पहले ही शुरू किया जा चुका है. क्या अमेरिका (US) क्या ब्रिटेन (UK) यानी कई देशों ने काफी पहले ही इस एज ग्रुप को भी वैक्सीन दे दी थी.

मतलब अगर आप 60 साल के हैं और अपनी दोनों डोज ले चुके हैं तो दूसरी डोज और तीसरी यानी बूस्टर डोज के लिए जिस दिन आप रजिस्टर कर रहे हैं उसके बीच का अंतर 9 महीने (39 सप्ताह) से अधिक है तो ही आप इसके योग्य होंगे.

दुनिया में बच्चों की वैक्सीन की बात करें तो फाइजर बायोटैक 5 साल से ऊपर बच्चों के लिए वैक्सीन बना रही है. ये वैक्सीन अमेरिका और यूरोप में लगनी शुरू हो चुकी है.मॉडर्ना की वैक्सीन 12 साल से ऊपर के लिए है. दावा है कि इसका असर बच्चों पर हो रहा है. 12-17 साल के आयुवर्ग के लिए स्पूतनिक वी का ट्रायल जारी है. जॉनसन एंड जॉनसन भी 12 से 17 साल की उम्र के लिए वैक्सीन बना रहा है जिसका ट्रायल जारी है.