गाजीपुर  : गाजीपुर के रहने वाले किसान, मटर की एक खास प्रजाति की खेती कर बंपर कमाई कर रहे हैं. इस मटर की सबसे खास बात यह है कि यह 60 दिनों में बाजार में बेचने के लिए तैयार हो जाती है. इसकी हमेशा डिमांड भी रहती है.

किसान दिवाकर राय ने को बताया कि काशी उदय मटर के लिए दोमट भूमि और अक्टूबर-नवंबर की बुवाई सबसे बेहतर रहती है. 6-7.5PH वाली मिट्टी और 10-18°C तापमान इसे तेजी से विकसित करता है. इसके अलावा, सही खाद का उपयोग जैसे 20 किग्रा नाइट्रोजन और 60 किग्रा फॉस्फोरस इसकी उपज को और बढ़ाता है.

किसान दिवाकर ने कहा कि पहले वह परंपरागत खेती पर ही निर्भर रहते थे, जिससे उन्हें कोई खास फायदा नहीं हो रहा था. फिर उन्होंने नई तकनीक वाली खेती की ओर कदम बढ़ाया, जिसमें काशी उदय मटर की खेती शामिल थी. अब वह 20 एकड़ में इस मटर की खेती कर रहे हैं और इससे उन्हें 10 लाख रुपये तक का मुनाफा हो रहा है.

इस मटर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी तुड़ाई एक बार में हो जाती है, जिससे किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है. यह प्रक्रिया किसानों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है क्योंकि एक बार में तुड़ाई होने से उन्हें ज्यादा मेहनत और समय नहीं लगाना पड़ता.

उन्होंने कहा कि यह मटर बंगाल के सिलिगुड़ी तक जाती है, जहां इसकी डिमांड बहुत अधिक है. उनकी इस खेती की सफलता ने न केवल उन्हें अच्छा मुनाफा दिलाया, बल्कि पूरे क्षेत्र में एक नई मिसाल भी कायम की है.

उन्होंने आगे बताया कि 20 एकड़ खेत से सालाना 10 लाख रुपये मुनाफा कमाते हैं, जिससे उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में मदद मिली है. इस सफलता से प्रेरित होकर अब कई और किसान भी इस मटर की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

दिवाकर राय की मटर की खेती ने यह साबित कर दिया कि सही तकनीकी ज्ञान और उन्नत किस्मों का उपयोग कर कृषि में शानदार सफलता हासिल की जा सकती है. यह बदलाव गाजीपुर जिले के किसानों के लिए एक प्रेरणा बन चुका है.

कृषि में नई तकनीकों का अपनाना अब किसानों के लिए जरूरी हो गया है, और दिवाकर राय जैसे किसान इस बात का जीवंत उदाहरण पेश कर रहे हैं कि किस प्रकार उन्नत खेती से बेहतर मुनाफा कमाया जा सकता है.