मेरठ। सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का विरोध करने वाले 1200 युवकों को पुलिस की इंटेलीजेंस टीम ने चिन्हित किया है। सभी के नाम से रिपोर्ट बनाकर पुलिस को दी। पुलिस ने सभी के घर नोटिस भेज दिया है, जिसमें चेतावनी दी गई कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर सख्ती से निपटा जाएगा। जितनी संपत्ति का नुकसान होगा, वह भी उनसे वसूली जाएगी। नोटिस मिलने के बाद उक्त युवक सड़कों पर दिखाई नहीं दिए हैं। 250 नोटिस चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में दिए गए थे। उसके बाद करीब आठ से दस छात्र दो कार में सवार होकर दिल्ली हाईवे पर पहुंच गए थे। उनकी कार के नंबर और उनका पूरा डाटा तैयार कर लिया गया है। उनके खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करने जा रही है।

पुलिस की इंटेलीजेंस भी सादी वर्दी में गांव दर गांव घूमकर अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों को चिन्हित कर रहे हैं। उसके बाद संबंधित थाना पुलिस को उनकी जानकारी दी जा रही है। इसी तरह से सरधना सर्किल में सबसे ज्यादा युवाओं में इसका विरोध देखा जा रहा है। वहां के करीब 350 युवाओं को पुलिस की तरफ से नोटिस घर पर भे गया है। इसी तरह से जनपद में 1200 नोटिस भेजे गए हैं। उसके अलावा सपा, बसपा और कांग्रेस के विभिन्न नेताओं से बातचीत कर उन्हें घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। कुछ नेताओं की निगरानी भी की जा रही है।

एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि अन्य पार्टियों के कुछ नेताओं से बातचीत हो चुकी है, सभी को चेता दिया गया है कि विरोध प्रदर्शन में कानून व्यवस्था प्रभावित हुई तो सीधे मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इनका कहना- अग्निपथ योजना का विरोध करने पर कानून व्यवस्था प्रभावित करने वालों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी होगी। क्षति होने पर नुकसान की भरपाई भी की जाएगी। एहतियात के तौर पर एक्सप्रेस-वे, हाईवे और मुख्य मार्गो पर पुलिस लगा दी गई है। सभी पर पुलिस की इंटेलीजेंस टीम नजर बनाए हुए है।