मेरठ। राज्य सरकार की ओर से बजट में कृषि नलकूपों की बिजली फ्री करने की घोषणा की गई थी। यह प्रक्रिया अप्रैल से शुरू होनी थी, लेकिन अभी तक शासन की ओर से इस संबंध में काेई गाइडलाइन जारी नहीं की गई। इस वजह से पीवीवीएनएल की ओर से किसानों को लगातार बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं।
अप्रैल में ही मेरठ जोन के मेरठ और बागपत के सभी 70 हजार से अधिक किसानों को करीब 10 करोड़ के बिल भेजे जा चुके हैं। नलकूपों पर बकाया की बात करें तो वर्तमान में पश्चिमांचल के करीब 3.45 लाख नलकूप किसानों पर विभाग के 2600 करोड़ से अधिक बकाया हैं। मेरठ जोन में ही 76 हजार किसानों पर करीब 125 करोड़ रुपये बकाया है। उधर जिन किसानों को बिल भेजे गए हैं वह परेशान हैं कि बिल जमा करें या न करें।
पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में 4.78 लाख नलकूप कनेक्शन हैं। पीवीवीएनएल की ओर से पहले की तरह ही सभी नलकूप किसानों को बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। हालांकि कुछ ही किसानों की ओर से बिल जमा किए जा रहे हैं। किसान भी असमंजस की स्थिति में हैं।
शहर बकाएदार बकाया
मेरठ 46411 3298
बागपत 29858 8558
हापुड़ 22114 66473
गाजियाबाद 7405 2660
बुलंदशहर 37039 13688
मुजफ्फरनगर 32360 12931
शामली 27353 10910
सहारनपुर 45789 81003
गौतमबुद्धनगर 6225 4462
मुरादाबाद 14827 4182
संभल 24840 9386
अमरोहा 33984 17073
रामपुर 9941 4065
बिजनौर 29424 14140
(नोट: बकाया लाख में है)
लगातार भेजे जा रहे बिल
निजी नलकूप का अप्रैल में 678 रुपये का बिल बिजली विभाग की ओर से भेजा गया है। 12 मई तक बिल जमा करना है। नलकूपों की बिजली अभी तक फ्री नहीं हो पाई है।
– ऋषिपाल सिंह, किसान सरूरपुर
सरकार किसानों से झूठ बोल रही है। बिजली फ्री नहीं की गई है। सभी किसानों को बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं। उन्हें इसी माह में 18 हजार रुपये का बिल भेजा गया है। 22 मई तक बिल जमा करना है। – अभिलाष, सरधना
जी नलकूप किसानों की बिजली फ्री किए जाने को लेकर अभी तक शासन से कोई गाइडलाइन नहीं मिली है। अभी पहले की तरह ही किसानों को बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। – चैत्रा वी. प्रबंध निदेशक पीवीवीएनएल