लखनऊ. किसानों की सिंचाई की लागत घटाने और बिजली पर निर्भरता कम करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सोलर पंप लगाने जा रही है। प्रदेश में इस वर्ष 15 हजार सोलर पंप लगाने की तैयारी है, हालांकि यह लक्ष्य पिछले वर्ष ही तय हुआ था लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से पूरा नहीं हो सका। अब इसे हासिल करने के लिए कृषि विभाग ने शासनादेश जारी कर दिया है। साथ ही सोलर पंप की पीएम कुसुम योजना 2024-25 तक संचालित करने पर भी शासन ने मुहर लगा दी है।

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना के तहत अनुदान पर किसानों को सोलर पंपों की स्थापना कराई जाती रही है। कोरोना के विकट दौर में इस अहम योजना को केंद्र से धन नहीं मिल पा रहा था, इससे योजना को लेकर अटकलें लग रही थी।

गुरुवार को शासन ने इस वर्ष की कार्ययोजना को स्वीकृति देने के साथ ही अगले 2024-25 तक योजना संचालन पर मुहर लगा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में पांच साल में एक लाख सोलर पंप लगाने का ऐलान कर चुके हैं, विभाग उसे अमल में लाने में जुट गया है।

अपर मुख्य सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि पंजीकृत किसानों को कृषि विभाग की वेबसाइट upagriculture.com पर सोलर पंप के लिए बुकिंग करनी होगी, विभिन्न क्षमता के सोलर पंपों की स्थापना के लिए लाभार्थियों का चयन टोकन प्रक्रिया के आधार पर होगा।

किसानों का चयन पहले आओ-पहले पाओ के तहत होगा और जिलावार व क्षमतावार आवंटित लक्ष्य के 200 प्रतिशत तक बुकिंग की जाएगी। सोलर पंपों की स्थापना पर 30 प्रतिशत केंद्र, इतना ही राज्य सरकार अनुदान देगी साथ ही 40 प्रतिशत धन लाभार्थी किसान को देना होगा।

आनलाइन होगा सत्यापन, पोर्टल पर करना होगा अपलोड : सभी जिलों में सोलर पंपों के सत्यापन की प्रक्रिया आसान और पारदर्शी कर दी गई है। जिलास्तरीय कमेटी को सत्यापन करके विवरण पोर्टल पर अपलोड करना होगा, इसे सभी देख सकेंगे। साथ ही पहले सत्यापन में ही लंबा समय लगता था तब संबंधित संस्था को भुगतान होता रहा है।