काबुल। अफगानिस्तान के कई सूबों में जंग तेज हो गई है। आतंकियों के हमलों के बीच अफगान सेना ने पिछले 24 घंटे में कई प्रांतों में तालिबानी ठिकानों पर हमले किए और 254 आतंकियों को ढेर कर दिया। इधर आतंकियों ने कंधार एयरपोर्ट पर राकेट हमला किया। यहां पर तीन राकेट दागे गए। एयरपोर्ट पर हमले के बाद यहां से उड़ानें बंद कर दी गई हैं। अफगान रक्षा मंत्रालय के अनुसार सेना ने जंग को तेज करते हुए गजनी, कंधार, हेरात, काबुल, बल्ख और कपिसा आदि राज्यों में आतंकियों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू कर दिया है। सेना ने एक दिन में ही 254 आंतकियों को मार गिराया। 97 आतंकी घायल हुए हैं। आतंकियों के गोला-बारूद को भी नष्ट कर दिया है।
इधर, अफगान सेना कंधार पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए कड़ा संघर्ष कर रही है। आतंकियों ने सेना पर दबाव बनाने के लिए कंधार एयर पोर्ट पर राकेट हमले किए। यहां तीन राकेट दागे गए। हमले के बाद सभी उड़ानें बंद कर दी गई हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि अफगान सेना के विमान तालिबान पर हमले के लिए लगातार कंधार से ही उड़ानें भर रहे थे, इसीलिए एयरपोर्ट को निशाना बनाया गया है।
अफगान सरकार के अधिकारी ने बताया कि हमले में रनवे का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इन हमलों में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। यहां से पांच प्रांतों में तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले किए जा रहे हैं। आइएएनएस के अनुसार, जौजान प्रांत में हवाई हमलों में 37 आतंकी मारे गए। एएनआइ के अनुसार, कपिसा प्रांत में निजरब जिले में तालिबान आतंकियों ने चार नागरिकों की हत्या कर दी।
एएनआइ के अनुसार तालिबान ने छह ऐसी सीमावर्ती चौकियों पर कब्जा कर लिया है, जिनसे अफगान सरकार का राजस्व घट गया है। अफगान सरकार के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि पिछले दो महीनों से टैक्स वसूली किए जाने वाली इन सीमावर्ती चौकियों पर तालिबान का कब्जा है। तालिबान के द्वारा ही अब यहां टैक्स वसूला जा रहा है।
पाकिस्तान ने अफगान युद्ध के कारण उसकी सीमा में भाग कर आने वाले नागरिकों को शरण देने से इन्कार कर दिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद युसुफ ने कहा है कि पाक अब और ज्यादा अफगान नागरिकों को शरण नहीं दे सकता है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को अफगानिस्तान की सीमा में ही शरणार्थी कैंप खोलने चाहिए। पाक एनएसए ने यह बात अमेरिका में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। अफगानिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन ने हेरात शहर के अपने परिसर में आतंकी हमले की जांच की मांग की है। इस हमले में एक गार्ड की मौत हो गई थी। यह हमला तालिबान आतंकियों ने उस समय किया, जब वे हेरात में कब्जे के लिए घुस रहे थे।
ह्यूमन राइट्स वाच ने कहा है कि तालिबान अपने आलोचकों को निशाना बना रहा है। नागरिकों की हत्या की जा रही है। यहां जांच कर रहे अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आइसीसी) को ऐसे मामलों को देखना चाहिए। एएनआइ के अनुसार, अमेरिका ने अफगानिस्तान से हवाई निर्यात बढ़ाने के लिए चार साल की एक योजना बनाई है। इसके अनुसार यहां के काबुल, कंधार, मजार-ए-शरीफ और जलालाबाद एयरपोर्ट से हवाई निर्यात को बढ़ाया जाएगा। इससे बीस हजार नौकरियों के साथ निर्यात में तीस फीसद का इजाफा होगा।